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कोविड-19 से लड़ने को पटना में बन रहा औषधीय तत्वों वाला तिलकुट, खाने से बढ़ेगी इम्‍यूनिटी पावर

कोरोना संक्रमण को देखते हुए पटना के विक्रेता औषधीय सामग्री वाली तिलकुट तैयार करा रहे हैं। तिल व गुड़ के साथ तिलकुट में मिलाया जा रहा अश्वगंधा मुलेठी सौंफ लौंग आदि । आप भी घर में बना सकते हैं ऐसे तिलकुट। जानिए इसके फायदे ।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Mon, 28 Dec 2020 07:31 PM (IST)Updated: Mon, 28 Dec 2020 09:38 PM (IST)
कोविड-19 से लड़ने को पटना में बन रहा औषधीय तत्वों वाला तिलकुट, खाने से बढ़ेगी इम्‍यूनिटी पावर
पटना में बन रहा मेडिसीनल तिलकुट, सांकेतिक तस्‍वीर ।

 पटना, प्रभात रंजन।  कोरोना संक्रमण के कारण अब लोगों के खानपान में भी बड़ा बदलाव आया है। लोग संक्रमण से बचाव को लेकर काफी एहतियात बरत रहे हैं। इसी कारण इस वर्ष सर्दी के दिनों में तिल से बनी सामग्री की खूब बिक्री हो रही है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार गया, पटना सहित उत्तर प्रदेश के भी कुछ कारीगर इम्युनिटी पावर बढ़ाने वाला तिलकुट भी तैयार करने लगे हैं।

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औषधीय तिलकुट की भारी डिमांड

शहर के मीठापुर स्थित चुम्मी भाई तिलकुट वाले की दुकान में गुड़ व तिल से बना ऐसा तिलकुट तैयार कर रहे हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी इजाफा करता है। शहर की पुरानी दुकानों में शुमार उक्त दुकान के मालिक चुम्मी भाई के अनुसार, इस बार अश्वगंधा, मुलेठी, सौंफ, लौंग आदि को मिलाकर तिलकुट तैयार किया जा रहा है। इसकी काफी डिमांड भी है। साधारण तिलकुट के दाम की अपेक्षा इम्युनिटी बढ़ाने वाले तिलकुट की कीमत 300 रुपये प्रति किग्रा से शुरू है। चुम्मी भाई ने बताया, वैसे तो गुड़ व तिल से बना तिलकुट शरीर को गर्म रखने के साथ उसे फिट रखता है, लेकिन कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए औषधीय तत्वों का प्रयोग कर तिलकुट पहली बार बनाया गया है।

ऐसे तैयार किया जाता है इम्युनिटी वर्द्धक तिलकुट :

दुकानदारों के अनुसार, इम्युनिटी बढ़ाने वाला तिलकुट बनाने के लिए चीनी और गुड़ की चाशनी बनाते समय ही औषधीय तत्व डाल दिए जाते हैं। चाशनी ठंडी हो जाती है तो उससे विशेष तिलकुट तैयार किया जाता है। यह तिलकुट काफी फायदेमंद साबित होगा। दुकानदार चुम्मी भाई ने बताया, यह हमारा पुश्तैनी काम है। पहले इसे पिता लालू साह करते थे। उनके जाने के बाद नये तरीके से तिलकुट बनाने लगे। तिलकुट में मिश्रण के लिए सारी सामग्री संतुलित रखते हैं। औषधीय तत्वों के उपयोग से तिलकुट के स्वाद में कोई फर्क नहीं पड़ता है।

तिलकुट में औषधी मिलाता दुकानदार । जागरण फोटो।

औषधीय तत्वों से संतुलित मात्रा में करें उपयोग -

पटना आयुर्वेद कॉलेज के उपाधीक्षक व वैद्य डॉ. धनंजय शर्मा ने बताया, गुड़, तिल, अश्वगंधा, लौंग, मुलेठी आदि औषधीय तत्वों से भरपूर होता है। ठंडी में इसका उपयोग करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी रहेगी। गुड़ कई रोगों के लिए रामबाण होता है। यह रक्त को साफ करने के अलावा रक्तचाप भी संतुलित रखता है। वहीं, अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, इसलिए यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाने में मदद करता है। लौंग कफ को दूर करने में सहायक होता है। मुलेठी में एंटी-बायोटिक गुण होते हैं, जो शरीर के लिए लाभप्रद होता है।

सामग्री       कीमत (रुपये प्रति किग्रा)

तिलकुट सादा (चीनी व गुड़) - 200 रुपये

इम्युनिटी वाला तिलकुट - 300 रुपये

तिलकुट खोआ - 320 रुपये

गजक - 200 रुपये

बादाम बर्फी - 160 रुपये


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