बिहार भाजपा के तीन रणनीतिकार नेताओं की कल होगी लांचिंग, नये चेहरे देंगे पार्टी को नई जान
भाजपा (BJP) ने बिहार में नेतृत्व के साथ संगठन में भी बड़े बदलाव की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी ने इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए तीन युवा नेताओं (Youth Leaders) को बिहार में उतारा है। तीनों नेता अपनी जिम्मेदारी संभालने पटना आ रहे हैं।
पटना [रमण शुक्ला]। बिहार की सत्ता में चेहरा बदलने के साथ ही भाजपा ने प्रदेश संगठन में भी बड़े बदलाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसी मकसद से पार्टी ने बिहार में तीन युवा नेताओं को उतारा है। उनमें से दो पटना पहुंच रहे हैं और बुधवार को विधिवत अपनी जिम्मेदारी संभाल लेंगे। संगठन को नए सिरे से संवारने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
भूपेंद्र यादव की मदद के लिए सक्रिय हो रहे दो सह प्रभारी
विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 12 रैलियों के प्रबंधन में उत्तर प्रदेश के सांसद हरीश द्विवेदी की अहम भूमिका रही है। पुरस्कार स्वरूप उन्हें बिहार में भाजपा के सह प्रभारी की जिम्मेदारी मिली है। दूसरे सह प्रभारी अनुपम हजारा होंगे, जो पश्चिम बंगाल के निवासी हैं और कभी वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खासमखास हुआ करते थे। वे बेलापुर से तृणमूल कांग्रेस से सांसद रह चुके हैं, लेकिन पिछले चुनाव में जाधवपुर से भाजपा के टिकट पर हार गए थे। वे दोनों पार्टी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव के मार्गदर्शन में निर्धारित दायित्वों का निर्वहन करेंगे। उल्लेखनीय है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भूपेंद्र यादव की रणनीति ने भाजपा को उल्लेखनीय सफलता दिलाई है।
नागेंद्र नाथ के साथ काम करेंगे दो सह संगठन महामंत्री
बिहार भाजपा को मिलने वाले तीसरे युवा रणनीतिकार रत्नाकर हैं, जिन्हें सह संगठन महामंत्री का दायित्व मिला है। वे पहले से सक्रिय सह संगठन महामंत्री शिवनारायण महतो के समकक्ष होंगे और संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करेंगे। उत्तर प्रदेश में देवरिया जिला के रहने वाले रत्नाकर पार्टी में काशी और गोरखपुर प्रांत के क्षेत्र प्रभारी रह चुके हैं। नागेंद्र नाथ भी उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं, जबकि शिवनारायण महतो बिहार के बाशिंदे हैं।
परिचय-बात के लिए बैठक
दरअसल, भाजपा अभी से 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करने में जुट गई है। इसी मकसद से तीनों युवा रणनीतिकारों को बिहार में नए सिरे से संगठन को गढऩे की जिम्मेदारी मिली है। बुधवार को रत्नाकर और हरीश द्विवेदी बिहार पहुंच रहे हैं। उनके साथ पहले राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव के भी बिहार दौरे का कार्यक्रम था, जो फिलहाल टल गया है। फिलहाल बुधवार को प्रदेश पदाधिकारियों, सांसदों, विधायकों और विधान पार्षदों की बैठक में नए रणनीतिकारों का परिचय कराया जाएगा। बैठक में जिला इकाइयों के पदाधिकारी भी आमंत्रित किए गए हैं। जिला अध्यक्ष, जिला उपाध्यक्ष, जिला महामंत्री के साथ विधानसभा विस्तारक और विधानसभा प्रभारी भी बैठक में मौजूद रहेंगे।