महिला डाक्टर समेत तीन की मौत, 2018 नए संक्रमित
राजधानी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है। रविवार को एम्स और पीएमसीएच में एक-एक संक्रमित की इलाज के क्रम में मौत हो गई। इसके अलावा पटना आब्सट्रेटिक एंड गायनेकोलाजी सोसायटी की पूर्व अध्यक्ष डा. प्रमिला गुप्ता की होम आइसोलेशन में मौत हो गई।
पटना । राजधानी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है। रविवार को एम्स और पीएमसीएच में एक-एक संक्रमित की इलाज के क्रम में मौत हो गई। इसके अलावा पटना आब्सट्रेटिक एंड गायनेकोलाजी सोसायटी की पूर्व अध्यक्ष डा. प्रमिला गुप्ता की होम आइसोलेशन में मौत हो गई। रविवार को 2018 नए लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इनमें 20 डाक्टर, 60 नर्सिंग छात्राएं और दर्जन भर से अधिक चिकित्साकर्मी हैं। इसके साथ ही जिले में उपचाराधीन संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9 हजार 122 हो गई है। इनमें से करीब 212 संक्रमित भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं।
सिविल सर्जन डा. विभा कुमारी सिंह ने कहा कि जाच की संख्या बढ़ाने के साथ कंगनघाट, राधास्वामी सत्संग भवन कोविड केयर सेंटर और अनुमंडलीय अस्पतालों में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर की शुरुआत कराई जा रही है। स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित नहीं हों इसके लिए समुचित उपाय किए जा रहे हैं।
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डाक्टर को तीन दिन से था
बुखार, अचानक सुबह में मौत
पटना : आब्सट्रेटिक एंड गायनेकोलाजी सोसायटी की पूर्व अध्यक्ष डा. प्रमिला गुप्ता कोरोना संक्त्रमित थी। उन्हें तीन दिन से बुखार था। होम आइसोलेशन में रहकर वे दवाएं ले रही थीं। अचानक रविवार की सुबह उनकी मौत हो गई। उनकी पुत्री अल्पना से बात करने के बाद आइएमए के कार्यकारी अध्यक्ष डा. अजय कुमार ने बताया कि बुखार के अलावा उन्हें अन्य कोई गंभीर लक्षण नहीं थे। आक्सीजन स्तर बरकरार था और सास लेने में कोई दिक्कत नहीं थी। यही कारण है कि उन्हें अस्पताल नहीं ले जाया गया था।
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एम्स पटना में डाक्टरों के संक्रमित
होने से सर्जरी पर आफत
पटना : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना में पूर्व से प्रस्तावित टाली जा सकने वाली सर्जरी को स्थगित कर दिया गया है। इसका कारण गत छह दिन में 66 से अधिक डाक्टरों समेत 250 चिकित्सक व चिकित्साकर्मियों का संक्रमित होना बताया जा रहा है। डीन डा. उमेश भदानी ने बताया कि एनीस्थीसिया विभाग के 30 रेजिडेंट डाक्टर और मेडिकल छात्रों में से 14 संक्रमित हो चुके हैं। शुक्रवार से ही काफी सर्जरी स्थगित की गई है और आशका है कि सोमवार को भी बहुत कम सर्जरी हो सकेंगी। बताते चलें कि एनीस्थीसिया विभाग में 20 पीजी छात्र, 10 सीनियर रेजिडेंट और 12 सहायक प्रोफेसर या उसके ऊपर के पद हैं। विभाग में स्वीकृत शिक्षकों की संख्या 15 है जबकि 33 आपरेशन थिएटर हैं। सामान्य दिनों में अधिकतम 15-16 ओटी की जाती है।
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हड्डी सुपरस्पेशियलिटी हास्पिटल
में सर्जरी रुकीं
पटना : राजवंशी नगर स्थित हड्डी सुपरस्पेशियलिटी हास्पिटल में दस डाक्टरों व छह चिकित्साकर्मियों के संक्रमित होने के बाद सर्जरी रोक दी गई है। बचे डाक्टरों व कर्मचारियों की मदद से अब केवल ओपीडी, इमरजेंसी और दुर्घटनाग्रस्त मरीजों के प्लास्टर आदि कार्य किए जा रहे हैं। एक्स-रे तकनीशियन, एनेस्थेटिस्ट, ओटी असिस्टेंट समेत कई कर्मचारियों के अभाव में सर्जरी नहीं की जा रही है।