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Nalanda: मां और पत्‍नी के बीच रोज-रोज होता था झगड़ा, ताड़ के पेड़ पर चढ़कर युवक ने यह किया

नालंदा के राजगीर में मां और पत्‍नी के बीच आए दिन झगड़ा होता रहता था। इस बात से युवक काफी व्‍यथित रहता था। उसने कई बार समझाने की कोशिश की लेकिन कोई असर नहीं हुआ। तब युवक ने ऐसा कदम उठा लिया।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sat, 07 Aug 2021 05:57 PM (IST)Updated: Sat, 07 Aug 2021 05:57 PM (IST)
Nalanda: मां और पत्‍नी के बीच रोज-रोज होता था झगड़ा, ताड़ के पेड़ पर चढ़कर युवक ने यह किया
सास-बहू के झगड़े से आजिज युवक ने की खुदकुशी। प्रतीकात्‍मक फोटो

राजगीर, संवाद सूत्र।  मां और पत्‍नी के बीच आए दिन हो रहे कलह से ऊबकर एक युवक ने खौफनाक कदम उठा लिया। नई पोखर के गाजीपुर गांव निवासी शिवालक चौधरी के 25 वर्षीय पुत्र भूषण चौधरी ने शुक्रवार की रात ताड़ के पेड़ पर फंदा लगाकर फांसी लगा ली। घटना के बाद सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पेड़ से उतरवाकर पोस्‍टमार्टम के लिए भेज दिया। 

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शांत स्‍वभाव के भूषण ने उठाया खौफनाक कदम

स्‍थानीय लोगों ने बताया कि भूषण चौधरी मजदूरी कर परिवार का जीवन-यापन करता था। उसकी मां और पत्‍नी के बीच अक्‍सर किसी न किसी बात को लेकर झगड़ा होता रहता था। इससे घर का माहौल हमेशा तनावपूर्ण बना रहता था। कुछ दिन पूर्व सास-बहू के झगड़े में आपसी समझौता भी हुआ था। इसके बावजूद दोनों के बीच झगड़ा थमा नहीं। लोगों ने बताया कि वह रोज-रोज के झगड़े से इतना व्‍यथि‍त हो गया कि जान ही दे दी।

ताड़ के पेड़ पर चढ़कर लगाया फंदा और झूल गया

उसने आत्महत्या करने के लिए अपने घर के समीप के एक ताड़ के पेड़ को चुना। वह करीब 50 फीट से भी ज्‍यादा ऊंचा है। बिना किसी को कुछ बताए वह ताड़ के पेड़ पर चढ़ गया। वहां फांसी के फंदे से झूल गया। कुछ देर बात लोगों की नजर पड़ी तो कोहराम मच गया। सूचना पुलिस को दी गई। घटनास्‍थल पर पहुंचे थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने शव को ताड़ के पेड़ से उतरवाया। शव उतरवाने में पुलिस को काफी मशक्‍कत करनी पड़ी। ग्रामीणों के सहयोग से किसी तरह पेड़ से शव उतरवाया गया।

रोते-रोते अचेत हो जाती है पत्‍नी

थानाध्यक्ष ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उधर मृतक की पत्‍नी पाचो देवी के आंसू थम नहीं रहे हैं। उसकी दो संतानों में तीन साल की अर्चना और डेढ़ साल की मनीषा दो बेटियां है। सदमे से वह बार-बार बेहोश हो जा रही है। दोनों बेटियों को गोद में लेकर बदहवासी से कभी चीखती और चिल्लाती है तो कभी अचेत हो जाती है।

 

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