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बिहार में शादियों पर कोरोना का साया : खरमास बाद शुभ लगन बहुतेरे, मगर दुल्‍हा-दूल्‍हन तैयार नहीं लेने को फेरे

खरमास यानी 14 अप्रैल बाद साल 2021 में कई शुभ लग्न हैं। बावजूद शहनाई बजने पर संशय की स्थिति बरकरार है। बैंड-बाजा की बुकिंग भी नहीं के बराबर है। कई लोग शादी की तिथि बढ़ाने में जुटे हैं क्‍योंकि दूल्‍हा-दुल्‍हन डरे हुए हैं।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Tue, 06 Apr 2021 08:45 PM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 01:45 PM (IST)
बिहार में शादियों पर कोरोना का साया : खरमास बाद शुभ लगन बहुतेरे, मगर दुल्‍हा-दूल्‍हन तैयार नहीं लेने को फेरे
14 अप्रैल बाद विवाह के कई शुभ मुहूर्त, सांकेतिक तस्‍वीर ।

पटना, जागरण संवाददाता। खरमास बाद कई शुभ लग्न होने के बावजूद शहनाई बजने पर संशय बना हुआ है। राज्य में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए दूल्हा-दुल्हन भी परेशान हैं। शादी का सपना संजोये युवाओं के मन में इन दिनों कोरोना संक्रमण का डर मंडरा रहा है। ऐसे में लोग शुभ लग्न होने के बाद भी शादियों की तिथि को बदलने में लगे हैं। कन्या व वर पक्ष के लोग भी स्थिति को देखते हुए शादी की तिथियों में परिर्वतन करने को सोच रहे हैं।

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इस कारण है संशय

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने भी गाइडलाइन जारी किया है। जिसमें सरकार ने शादी समारोह और श्राद्धकर्म में लोगों को शामिल होने को लेकर संख्या भी तय कर दी है। सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन में शादी समारोह में 250 व श्राद्धकर्म में 50 लोगों को शामिल होने की बात कही गई है। इन्हीं सब कारणों को देखते हुए शादी-विवाह को लेकर लोगों में थोड़ा संशय बना है। वहीं दूसरी ओर शहर के बैंड बाजे वाले, मैरेज हॉल वालों हलवाई आदि की बुुकिंग न के बराबर है। वहीं कई लोग शादी-ब्याह को लेकर अतिथियों की सूची नये सिरे से तैयार करने में लगे हैं। दानापुर की स्वाति की मानें तो अप्रैल में शादी की मुहूर्त बनी थी लेकिन संक्रमण को देखते तिथि को बदलने की बात हो रही है। वहीं राजीव नगर के पिंकेश की भी शादी अगले माह मई में होना है।

खरमास के बाद शादी के शुभ लग्न -

हिंदू धर्मावलंबियों के लिए खरमास माह रविवार 14 मार्च से आरंभ हुआ था जिसका समापन 14 अप्रैल बुधवार को होगा। 14 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने के बाद खरमास का समापन होने के साथ मांगलिक कार्य आरंभ हो जाएगा। ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि 16 अप्रैल से लेकर जून माह में शादी-ब्याह के कई शुभ लग्न हैं। शास्त्रों में शादी-विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का होना बड़ा महत्वपूर्ण होता है। शादी के शुभ योग के लिए गुरु, शुक्र और सूर्य का शुभ होना जरूरी है।  हालांकि इस बार शुभ मुहूर्त तो है मगर लोगों के मन में कोविड महामारी के कारण संशय की स्थिति बनी हुई है।

वैवाहिक मुहूर्त -

(मिथिला पंचाग के मुताबिक)

अप्रैल: 16, 23, 25, 26, 30

मई: 2, 3, 7, 9, 12, 13, 21, 23, 24, 26, 30, 31

जून: 4, 6, 10, 11, 20, 21, 24, 25, 27, 28  

बनारसी पंचाग के अनुसार

अप्रैल: 22, 24, 26, 27, 28, 29, 30

मई: 1, 2, 3, 7, 8, 9, 12, 13, 14, 19, 20, 21, 22, 24, 26, 27, 28, 29, 30

जून: 5, 11, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 26

जुलाई: 1, 2, 3, 6, 7, 8, 12, 15, 16

नवंबर: 19, 20, 21, 26, 28, 29        

दिसंबर: 1, 2, 5, 7, 12, 13


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