एक सेकेंड में 118 फीट से भी अधिक चल जाती है ट्रेन, पूर्व मध्य रेलवे ने की अपील- आप न करें ये गलती
हाल के वर्षों में रेलवे ने ट्रेनों की गति काफी बढ़ा दी है। पूर्व मध्य रेलवे के कई रेलखंडों पर ट्रेनें अब 130 किलोमीटर तक की अधिकतम रफ्तार से चलती हैं। आपको बता दें कि कोहरे वाले मौसम में कभी-कभी 100 फीट तक की चीज देखना भी संभव नहीं होता।
पटना, जागरण टीम। हाल के वर्षों में रेलवे ने ट्रेनों की गति काफी बढ़ा दी है। पूर्व मध्य रेलवे के कई रेलखंडों पर ट्रेनें अब 130 किलोमीटर तक की अधिकतम रफ्तार से चलती हैं। राजधानी, तेजस, हमसफर, जनशताब्दी और दोरंतो एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के साथ ही आधुनिक एलएचबी रैक वाली सारी ट्रेनें इस रफ्तार से चलती हैं। आपको ये जानकर ताज्जुब हो सकता है कि अपनी अधिकतम रफ्तार में ये ट्रेनें एक सेकेंड में 36 मीटर यानी 118 फीट से भी अधिक दूरी तय कर लेती हैं। इस दूरी का आकलन आप कर सकते हैं। यानी पलक झपकते ही ट्रेन कहां से कहां पहुंच सकती है। यह सब जानने के बावजूद कुछ लोग बंद रेलवे क्रासिंग को पार करने की कोशिश करते हैं तो कुछ लोग अवैध तरीके से बनाए गए रेलवे क्रासिंग से गुजर कर अपनी जान जोखिम में डालते हैं। आपको बता दें कि कोहरे वाले मौसम में कभी-कभी 100 फीट तक की चीज देखना भी संभव नहीं होता।
रेलवे ट्रैक को पार करना हो सकता है जानलेवा
पूर्व मध्य रेल के कई रेलखंडों में ट्रेनों की अधिकतम गति सीमा 130 किमी प्रतिघंटा तक की गई है। ऐसे में लोगों द्वारा अनाधिकृत रूप से रेलवे ट्रैक को पार करना जानलेवा साबित हो सकता है। लोगों की सुरक्षा को रेलवे सदा प्राथमिकता देता है। यात्रियों को सुरक्षित रूप से उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए सुरक्षा के उन्नत तकनीकों को अपनाया जा रहा है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि ट्रेनों की गति बढऩे के कारण यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में रोड ओवर और अंडर ब्रिज का तेजी से निर्माण कराया जा रहा है। इसके साथ ही समपार फाटकों की इंटरलाकिंग का कार्य भी जारी है।
वहीं, पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में अब कोई मानवरहित समपार फाटक नहीं हैं। बावजूद इसके कुछ लोग रेलवे ट्रैक पार कर रहे हैं, जिससे आए दिन दुर्घटना की खबर आ रही है। ऐसा करने वालों को सलाह है कि रेलवे ट्रैक पार करने के लिए वे हमेशा अधिकृत समपार फाटक का ही प्रयोग करें ताकि दुर्घटनाओं को टाला जा सके। दरअसल गति काफी तेज होने के कारण ट्रेनें प्रति मिनट करीब दो किलोमीटर की दूरी तय करती है। ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही से दुर्घटना घट सकती है।