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Bihar News: अधिकारी की बेटी से सामूहिक दुष्कर्म का चौथा आरोपित भी गिरफ्तार

पाटलिपुत्र में प्रेमी और उसके तीन दोस्तों द्वारा छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म का चौथा आरोपित रविवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। कांड के सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 11:00 AM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 04:16 PM (IST)
Bihar News: अधिकारी की बेटी से सामूहिक दुष्कर्म का चौथा आरोपित भी गिरफ्तार
Bihar News: अधिकारी की बेटी से सामूहिक दुष्कर्म का चौथा आरोपित भी गिरफ्तार

पटना, जेएनएन। पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में बिहार सरकार के एक अधिकारी की बेटी से सामूहिक दुष्कर्म कांड में पुलिस की विशेष टीम ने रविवार की सुबह चौथे आरोपित अश्विनी सिंह राजपूत को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस तरह इस वारदात के सभी आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके पहले शुक्रवार को नामजद अभियुक्त अमन भूमि को बिहटा रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। अमन मूलरूप से पालीगंज के रघुनाथपुर का रहने वाला है। पाटलिपुत्र के इंद्रपुरी इलाके में रहता था। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद वह नोएडा भाग गया था। बताते चलें कि मामले में एक आरोपित पुलिस ने पहले दिन गिरफ्तार कर लिया था, जबकि दो ने दूसरे दिन सरेंडर कर लिया था।

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सरेंडर करना ट्रेन से आया था पटना

ग्रामीणों ने जब उसके परिवार पर दबाव बनाया तो वह विपुल और मनीष सिंह की तरह कोर्ट में सरेंडर करने के लिए पटना आया था। ट्रेन से उतरते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि अमन को जेल भेज दिया गया है। अब इस मामले में चौथा आरोपित अश्विनी सिंह भी गिरफ्तार हो गया है।

खिलौने की तरह छात्रा से किया खिलवाड़

छात्रा ने कोर्ट में बयान दिया है कि नामजद आरोपित मनीष सिंह ने उसके साथ कॉलेज में दाखिला लिया था। इसके बाद उसने छात्रा से दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। इस बीच विपुल से उसकी दोस्ती हुई। विपुल ने मनीष के पास से वीडियो डिलीट करवाया, लेकिन उसने भी छात्रा से दुष्कर्म किया और दोबारा वीडियो बना लिया। उसी वीडियो को डिलीट करने की बात कहकर वह नेहरू नगर स्थित कमरे पर लेकर गया था।

अश्विनी के घर हो सकती थी कुर्की

अश्विनी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने बाबा चौक स्थित उसके घर पर शनिवार को दबिश दी थी, लेकिन उसका कुछ अता-पता नहीं चला। उसके कई ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी। पुलिस ने कहा था कि सोमवार तक अगर अश्विनी ने आत्मसमर्पण नहीं किया तो पुलिस उसकी संपत्ति कुर्क करने के लिए वारंट लेगी। सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने अश्विनी के कुछ करीबी रिश्तेदारों को हिरासत में लिया था। अश्विनी को वापस बुलाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। पुलिस की रणनीति काम आई और रविवार को अश्विनी नोएडा से पटना लौट रहा था। उसे ट्रेन से उतरते ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।


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