किशोरी को ले गया था दिल्ली, लौटा तो चढ़ा भोजपुर पुलिस के हत्थे, लड़की की बातों से टूट गया दिल
भोजपुर जिले की पुलिस ने लड़की के अपहरण के अलग-अलग मामले में कार्रवाई की है। एक जगह से लड़की को बरामद करते हुए आरोपित युवक को गिरफ्तार किया गया है। दूसरे जगह से एक युवक को गिरफ्तार किया गया लेकिन लड़की बरामद नहीं हो सकी।
आरा, जागरण संवाददाता। जिले के अलग-अलग थानों की पुलिस ने एक अपहृत लड़की को बरामद किया है। दूसरे की बरामदगी नहीं हो सकी है। हालांकि दोनों जगहों से उनके अपहरण के आरोपित युवक भी गिरफ्तार किए गए हैं। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दोनों के अपहरण मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
अगिआंव बाजार से लापता किशोरी बरामद
पीरो के अगिआंव बाजार से गत दो जून को अगवा की गई किशोरी को पुलिस ने अमेहता गांव से बरामद कर लिया। किशोरी को बहला फुसलाकर कर भगा ले जाने के आरोपित उदवंतनगर थाना के बेलाउर गांव निवासी युवक सोनू कुमार को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार सोनू कुमार पर आरोप है कि वह अगिआंव बाजार से किशोरी को शादी का झांसा देकर दिल्ली ले गया था। लगभग 15 -16 दिन दिल्ली में रहने के बाद वह किशोरी को साथ लेकर अपने एक रिश्तेदार के घर अमेहता पहुंचा था। इसकी खबर मिलने पर पुलिस ने दबिश देकर उसे बरामद कर लिया। मौके पर पुलिस ने किशोरी को अगवा करने के मामले में नामजद युवक सोनू को भी धर दबोचा। किशोरी ने पुलिस के समक्ष अपने बयान में गिरफ्तार युवक पर बहला फुसलाकर कर भगा ले जाने का आरोप लगाया है। अगिआंव बाजार थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार के अनुसार बरामद किशोरी को मेडिकल चेकअप व न्यायालय में 164 के तहत बयान के लिए भेजा जा रहा है। जबकि नामजद युवक को जेल भेज दिया गया है।
फोटो वायरल होने के बाद पुलिस ने पकड़ा
वहीं दूसरी ओर मुफस्सिल थाना के एक गांव से नाबालिग के अपहरण के मामले में फोटो वायरल होने के बाद पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पकड़ा गया सुनील कुमार कृष्णागढ़ के बभनगांवा गांव का निवासी है। हालांकि, लड़की की बरामदगी नहीं हो सकी है। पुलिस को साक्ष्य के तौर पर लड़की के साथ सुनील कुमार की कई तस्वीरें मिली हैं। बताया जा रहा कि एक छात्रा लापता हो गई थी। उसके स्वजन खोजबीन में लगे थे। इस बीच अपहृत लड़की के साथ आरोपित का फोटो वायरल होने के बाद स्वजनों ने इसकी शिकायत थाने में की थी। इसके आधार पर पुलिस ने पहले तीन को उठाया था। इस दौरान एक के खिलाफ साक्ष्य पाए जाने पर जेल भेज दिया गया।