किसानों की भीड़ देख भाग निकला दुकानदार, तरैया में खाद के लिए उमड़ी भीड़, पुलिस भी बैरंग लौटी
सारण के तरैया बाजार के अमनौर रोड स्थित बालाजी फर्टिलाइजर खाद दुकान को यूरिया प्राप्त होने की सूचना पर शुक्रवार की सुबह में किसानों की अप्रत्याशित भीड़ जमा हो गई। वहां यूरिया खाद लेने के लिए दुकान के पास अफरा तफरी का माहौल रहा।
तरैया(सारण), संवाद सूत्र। तरैया बाजार के अमनौर रोड स्थित बालाजी फर्टिलाइजर खाद दुकान को यूरिया प्राप्त होने की सूचना पर शुक्रवार की सुबह में किसानों की अप्रत्याशित भीड़ जमा हो गई। वहां यूरिया खाद लेने के लिए दुकान के पास अफरा तफरी का माहौल रहा। तरैया-अमनौर रोड पर किसानों की भीड़ से जाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इसकी सूचना पर बीएओ शिव शंकर प्रसाद ठाकुर व तरैया थाने के एसआइ हरि प्रसाद शर्मा व एएसआइ उमेश सिंह अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। वे खाद बंटवाने का प्रयास करने लगे। लेकिन किसानों की भीड़ देख उन्हें लौटना पड़ा। मौका देख दुकानदार भी फरार हो गया। किसानों की भीड़ के आगे कोरोना गाइडलाइंंस की धज्जियां उड़ती रही।
(दुकान खुलने का इंतजार करते किसान।)
सुबह तीन बजे से पहुंचे हुए थे दुकान पर
यूरिया लेने पहुंचे शाहनेवाजपुर के किसान गौतम राय, पचभिण्डा के सुरेंद्र राय, भलुआ भिखारी के जितेंद्र कुमार, चंचलिया के अली असगर आदि ने बताया कि खाद आने की सूचना पर तीन बजे सुबह से दुकान के पास लाइन में लगे हैं, लेकिन यूरिया नहीं मिला। बारिश हुई है तो खेतों में खाद डालना जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि अगर सभी लाइसेंसधारी खाद दुकानदार खाद का उठाव करते तो इतनी किल्लत नहीं होती। तरैया प्रखंड प्रमुख प्रीति कुमारी ने बताया कि खाद की किल्लत को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी से बात हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि तरैया में खाद की किल्लत एक सप्ताह में दूर हो जाएगी।बाते दें कि प्रखंड में कुल 11 लाइसेंसधारी खाद की दुकान है, जिसमें मात्र तरैया में बाला फर्टिलाइजर व भटौरा में दीपलाल राय खाद बीज भंडार द्वारा ही दो-दो सौ पैकेट यूरिया खाद का उठाव किया गया है।
गेहूं एवं दलहन के लिए यूरिया की जरूरत
मशरक प्रखंड क्षेत्र सहित आसपास के इलाकों के बाजार से डीएपी के बाद यूरिया खाद की किल्लत से किसानों की परेशानी बढ़ गयी है। यूरिया के लिए किसान दुकानों का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। यूरिया नहीं मिलने पर किसान मायूस होकर खाली हाथ वापस लौट रहे हैं। क्षेत्र में गेंहू की बुआई समाप्त के बाद पहला पटवन शुरू हो गया है। किसानों को यूरिया खाद की सख्त जरूरत है। यूरिया खाद की किल्लत से किसानों की परेशानी बढ़ गयी है। मालूम हो कि प्रखंड के हजारों हेक्टेयर में गेंहू एवं दलहन खेती होती है। सारण जिला जदयू के के महासचिव गौतम सिंह ने डीएम से मशरक के किसानों को उचित मूल्य पर यूरिया खाद उपलब्ध कराने की मांग की है। वही देवरिया गांव निवासी व पूर्व मुखिया भूषण सिंह साधू, मशरक तक्थ गांव निवासी चन्द्रमा सिंह एवं चैनपुर गांव के चन्द्रकेत नारायण सिंह का कहना है कि जब फसल ही खराब हो जाएगी तो खाद मिलने का कोई फायदा नहीं होगा।