अलम व ताबूत के साथ शिया समुदाय ने की मजलिस
इस्लाम और सच की सुरक्षा के लिए मैदान-ए-कर्बला में लड़ी गई जंग के शहीदों को बुधवार को याद किया गया।
पटना सिटी: इस्लाम और सच की सुरक्षा के लिए मैदान-ए-कर्बला में लड़ी गई जंग में शहीद हुए हजरत इमाम हुसैन समेत 72 लोगों की शहादत को बुधवार को याद किया गया। शिया समुदाय द्वारा चोआ लाल लेन स्थित याहिया मंजिल में अलम व ताबूत के साथ मजलिस हुई। लखनऊ के मौलाना सैयद सज्जाद हुसैन ने तकरीर किया। मुसा अली हाशमी ने सलाम व सैयद कलबे अब्बास ने सोजखानी किया।
इसके पश्चात अंजुमन से जुड़े लोगों ने नौहाखानी की और मर्सिया पढ़ा। आयोजन में सैयद अली इमाम व सैयद रजा इमाम, दरगाह चमडोरिया के सचिव शाह जौहर इमाम जौनी, अंजुमन-ए-पंतजनी के अध्यक्ष सैयद तनवीरूल हसन तन्नू, सरबर इमाम समेत अन्य मौजूद थे।
दरगाह चमडोरिया के सचिव ने बताया कि गुरुवार की सुबह बॉली इमामबाड़ा से हजरत इमाम हुसैन के घोड़े का प्रतीक सफेद दुलदुल इसबार अकीदतमंद नहीं निकालेंगे। घरों में ही लोग मातम करेंगे। कुछ लोग फूल मालाओं का पहलाम करेंगे।
प्रशासनिक तैयारियों के बीच पहलाम आज
- तीन अस्थायी थाना व नियंत्रण कक्ष कार्य करेंगे, 48 जगहों पर दंडाधिकारी व पुलिस की तैनाती जागरण संवाददाता, पटना सिटी: चेहल्लुम के मौके पर फूल-मालाओं का पहलाम गुरुवार को प्रशासनिक देखरेख के बीच चैलीटांड़ शाह बकार की तकिया कर्बला में होगा। एसडीओ मुकेश रंजन ने बुधवार को बताया कि पश्चिम दरवाजा, मीना बाजार निगम कार्यालय व पहलाम स्थल चैलीटाड़ शाह बकार की तकिया कर्बला के समीप अस्थायी थाने खुलेंगे। अनुमंडल कार्यालय में नियंत्रण कक्ष काम करेगा। अनुमंडल के शहरी क्षेत्र में 43 व पांच ग्रामीण क्षेत्रों में चौक-चौराहों पर दंडाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई है। संवेदनशील स्थानों पर कड़ी चौकसी बरती जाएगी। एसडीओ ने चिह्नित संवेदनशील स्थलों पर कड़ी चौकसी का निर्देश थानाध्यक्षों को दिया है। चेहल्लुम के दौरान शांति समिति के सदस्यों से भी सहयोग का अनुरोध प्रशासन द्वारा किया गया है।