पटना, जागरण संवाददाता। कंकड़बाग मेन रोड पर स्थित आर्टिफिशियल ज्वेलकार्ट ज्वेलरी दुकान (Artificial Jewelry Shop) में लूटपाट का विरोध करने पर महिला स्टाफ खुशबू के पति मनीष कुमार की गोली मारकर हत्या करने वाले दोनों लुटेरों संग तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीनों की पहचान शंकर उर्फ शंकर राय और गणेश उर्फ गणेश राय निवासी धनरूआ व नवादा निवासी कन्हैया उर्फ शाहरूख के रूप में हुई है। दुकान में लूटपाट करने शंकर और कन्हैया गए थे। उससे पहले उसी दिन शाम में दोनों आटो से दुकान की रेकी करने भी गए थे। दुकान में घुसने के बाद दोनों अपराधियों ने स्टाफ पर पिस्टल तान रखी थी। इसी बीच स्टाफ खुशबू का पति वहा पहुंच गया। पकड़े जाने के डर से कन्हैया ने खुशबू के पति को गोली मारी दी थी। तीनों के पास से पुलिस ने दो पिस्टल, तीन मैग्जीन, तीन खोखा, बाइक, लूटा गया मोबाइल, 38 हजार रुपये, लूटी गई ज्वेलरी बरामद की है।
वर्ष 2018 में क्विक मोबाइल जवान को मारी थी गोली
एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि शंकर और गणेश दोनों सगे भाई हैं। साल 2018 में शंकर और कन्हैया ने कंकड़बाग में क्विक मोबाइल के जवान गोली मारी थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। कन्हैया 17 दिसंबर को जेल से बाहर आया है, जबकि शंकर 40 महीना जेल में रहने बाद बाहर निकला।
तीन घटनाओं का फुटेज व हुलिया से मिला अहम सुराग
कंकड़बाग मेन रोड पर लूटपाट के दौरान हुई हत्या मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने सिटी एसपी पूर्वी जितेंद्र कुमार के एसपी संदीप और थानाध्यक्ष रविशंकर सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की। हाल के दिनों में हुई घटनाओं की समीक्षा की गई। पता चला कि 18 दिसंबर की रात गर्दनीबाग में वैष्णवी ज्वेलरी दुकान में भी लूटपाट का विरोध करने पर अपराधियों ने तीन राउंड फायरिंग की थी। 21 दिसंबर को कालोनी मोड़ पर लूटपाट का विरोध करने पर मंगलामुखी (Transgender) की गोली मारकर हत्या की गई थी। तीनों घटनाओं की अपराध शैली एक जैसी थी। तीनों जगह से मिले सीसीटीवी फुटेज का मिलान किया। वैष्णवी ज्वेलर्स में फायरिंग और मंगलामुखी की हत्या मामले में तीन आरोपित में दो का हुलिया संदिग्ध मिला।
मंगलामुखी हत्याकांड को भी दिया था अंजाम
यह वहीं थे जो कंकड़बाग मेन रोड स्थित आर्टिफिशियल दुकान में लूटपाट में शामिल थे। गिरोह वही है, जिसने मंगलामुखी हत्याकांड को अंजाम दिया। पूर्व में पुलिस मंगलामुखी हत्या में शामिल अमित कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी, लेकिन शंकर और शाहरूख फरार थे। इसके बाद पुलिस शंकर और शाहरूख की तलाश में जुट गई। मंगलवार की देर शाम पुलिस को पता चला कि तीनों एक ही बाइक से रेनबो मैदान में जुटे है। वहां से तीनों कहीं भागने के फिराक में है। पुलिस मौके पर पहुंच घेराबंदी कर शंकर, उसके भाई गणेश और कन्हैया को गिरफ्तार कर लिया।