पटना में थाने से चंद कदम दूरी पर हुई थी प्रोपर्टी डीलर की हत्या, 65 हजार रुपये में तय हुआ था सौदा
बिहार की राजधानी पटना में हत्या के करीब पांच महीने बाद पकड़े गए अपराधी ने खोला राज 65 हजार रुपये में सुपारी लेकर शूटर ने की थी जमीन व्यवसायी की हत्या हत्यारा और लाइनर अब भी पुलिस गिरफ्त से दूर
पटना सिटी, जागरण संवाददाता। बिहार की राजधानी पटना में खाजेकलां थाना से 200 गज की दूरी पर 21 सितंबर को जमीन व्यवसायी की हत्या में 162 दिन बाद गिरफ्तार बाग कालू खां मोहल्ले के अपराधी मोहम्मद सउद उर्फ बबलू सीएम ने कई अहम जानकारियां दी हैं। इस मामले में सउद, मोहम्मद आफताब और संतोष को जेल भेजा जा चुका है।
खाजेकलां थाना के दारोगा श्रीकांत कुमार के समक्ष दिए बयान में बबलू सीएम ने बताया है कि लगभग छह वर्ष पूर्व खाजेकलां थाना के आतंक मोहम्मद पप्पू खान गिरोह का सक्रिय सदस्य था। उस समय बबलू और मोहम्मद चांद पप्पू खान के लिए शूटर का काम करते थे। वर्ष 2018 में पप्पू की हत्या के बाद गैंग बिखर गया। पप्पू की हत्या के बाद गैंग के सदस्यों की आर्थिक स्थिति भी चरमराने लगी। इसी बीच शादी भी हुई और तलाक भी हो गया।
इसी दौरान दोस्ती जमीन कारोबारी शिवशंकर उर्फ कल्लू से हो गई। कल्लू जब जमीन बेचता तो वह कमीशन भी देता था। अचानक बीच में कल्लू ने कमीशन देना बंद कर दिया। इसी बीच नीम घाट के संतोष, खाजेकलां के आफताब और सोनार टोली के विनोद कुमार उर्फ टेनी से पहचान हुई। ये तीनों जमीन कारोबार में कल्लू के साथ पार्टनर के रूप में काम करते थे। ये लोग करोड़ों की जमीन का एग्रीमेंट कराकर बेचने का काम करते थे।
जमीन कारोबार के दौरान तीनों पार्टनर का कल्लू से मनमुटाव चल रहा था। तीनों को कल्लू ने अलग से कारोबार करने के लिए भी रुपये दिए थे। मनमुटाव और उधार के रुपये हड़पने के उद्देश्य से तीनों ने कल्लू को रास्ते से हटाने का निर्णय लेकर बबलू उर्फ सीएम से संपर्क किया। इसके बाद तीनों को मोहम्मद चांद से मिलवाकर कल्लू को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने की साजिश रची।
इसके बाद मोहम्मद आफताब ने अग्रिम राशि 65 हजार देने और बाकी काम होने के बाद राशि तय हुई। 21 सितंबर की शाम मोहम्मद चांद ने योजनाबद्ध तरीके से कल्लू को गोली मारने के बाद सूचना दी। तब पार्टनर संतोष ने बताया कि वह घायल कल्लू के साथ राजेश्वर अस्पताल में है। कल्लू अंतिम सांस गिन रहा है। पूरी घटना में लाइनर का काम विनोद उर्फ टेनी द्वारा किया गया। गोली मारने के बाद चांद सिटी की गलियों से होते फुलवारीशरीफ चला गया।