बिहार विधान परिषद की नौ सीटों पर चुनाव की संभावना बढ़ी, छह मई को हो रही है खाली
विधायकों के वोट से भरी जाने वाली बिहार विधान परिषद की नौ सीटों पर चुनाव की संभावना बढ़ गई है। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधान परिषद की नौ सीटों पर मतदान की इजाजत दे दी है।
पटना, राज्य ब्यूरो। विधायकों के वोट से भरी जाने वाली बिहार विधान परिषद की नौ सीटों पर चुनाव की संभावना बढ़ गई है। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधान परिषद की नौ सीटों पर मतदान की इजाजत दे दी है। आयोग ने कहा है कि अन्य स्थगित चुनावों के बारे में वह अगले सप्ताह विचार करेगा। लिहाजा, सोमवार से शुक्रवार के बीच बिहार विधान परिषद के चुनाव के बारे में भी कोई निर्णय हो सकता है।
मालूम हो कि लॉकडाउन के चलते चुनाव आयोग ने तीन अप्रैल को विधान परिषद चुनावों के स्थगन की घोषणा की थी। आयोग ने दो अलग-अलग आदेश के माध्यम से चुनावों को स्थगित किया। विधायकों के वोट से भरी जाने वाली बिहार और महाराष्ट्र विधान परिषद की सीटों का मतदान एक ही आदेश में स्थगित किया गया। जबकि बिहार और उत्तर प्रदेश के शिक्षक एवं स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों के मतदान के स्थगन के लिए दूसरा आदेश जारी किया गया था।
आयोग ने महाराष्ट्र के लिए जारी अधिसूचना में अपरिहार्य कारणों का हवाला दिया है। कहा है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल और मुख्य सचिव ने अलग-अलग पत्र लिखकर चुनाव का आग्रह किया था। क्योंकि वहां के मुख्यमंत्री उद्धव बाला साहेब ठाकरे किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। पद पर बने रहने के लिए उन्हें 28 जून तक विधानसभा या विधान परिषद में से किसी एक सदन का सदस्य बनना जरूरी है। हालांकि बिहार में चुनाव कराने की महाराष्ट्र जैसी अनिवार्यता नहीं है। आयोग के आदेश का यह अंश-स्थगित चुनावों पर अगले सप्ताह विचार होगा, राज्य में चुनाव की संभावना को मजबूत बना रहा है। सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार फिलहाल, अपनी कोई पहल नहीं करने जा रही है। वह आयोग की अगली बैठक का इंतजार करेगी।
छह मई को इनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है
अशोक चौधरी, हारुण रशीद, पीके शाही, सतीश कुमार, सोनेलाल मेहता एवं हीरा प्रसाद बिंद (जदयू) राधामोहन शर्मा, कृष्ण कुमार सिंह एवं संजय मयूख (भाजपा)।