लालू यादव के सबसे करीबी नेता ने थामा जदयू का दामन, कभी बिहार के पूर्व सीएम को हराया था
2009 के लोकसभा चुनाव में जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ राजद सुप्रीमो को हराने वाले पूर्व सांसद रंजन यादव शनिवार को पुन जदयू में शामिल हो गए। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया।
राज्य ब्यूरो, पटना: एक समय राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के सबसे करीबी रहे पूर्व सांसद रंजन यादव शनिवार को पुन: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में शामिल हो गए। कभी लालू से अलग होकर रंजन ने 2009 के लोकसभा चुनाव में जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ राजद सुप्रीमो को हरा दिया था। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कोरोना प्रोटोकाल की वजह से रंजन यादव को वर्चुअल मोड के माध्यम से पार्टी में शामिल कराया। ललन ने कहा कि पूर्व सांसद रंजन यादव के जदयू में शामिल होने से पार्टी को मजबूती मिलेगी।
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रंजन की घर वापसी का मामला हैः ललन सिंह
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि रंजन यादव के लिए यह घर वापसी का मामला है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आस्था व्यक्त करते हुए जदयू में शामिल होने का फैसला किया है। जदयू उनके लिए कोई नई जगह नहीं। यह उनका पुराना घर रहा है। उनकी घर वापसी से पार्टी के संगठन को मजबूती मिलेगी। नीतीश कुमार द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को पूरा करने की दिशा में निरंतर काम किया जा रहा है। बिहार में पिछड़ा औैर अतिपिछड़ा समाज को एक सूत्र में बांधने का उन्होंने काम किया है।
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राज्यसभा में राजद के नेता भी रहे
गौरतलब है कि वर्ष 1990 में रंजन यादव राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। वर्ष 1996 में वह दूसरी बार राज्यसभा के लिए चुने गए। लालू प्रसाद यादव के राजद में उनकी हैसियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राजद की स्थापना के समय से 2001 तक वह राजद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे। इस दौरान वह राज्यसभा में राजद के नेता भी रहे। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में रंजन यादव ने जदयू प्रत्याशी के रूप में पाटलिपुत्र लोकसभा से चुनाव लड़ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को चुनाव हराया था।