Move to Jagran APP

गजब है बिहार पुलिस: चार बच्‍चों की मां का दोबारा हो गया अपहरण, थानेदार को पता ही नहीं...

गजब है बिहार पुलिस। चार बच्‍चों की मां का अपहरण हो गया। दो दिन बाद वह बेहोशी की हालत में मिली। उस महिला का दोबारा अपहरण हो गया लेकिन थानेदार को पता ही नहीं है। पढ़ें पूरी खबर।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Fri, 02 Aug 2019 07:09 PM (IST)Updated: Sat, 03 Aug 2019 10:11 AM (IST)
गजब है बिहार पुलिस: चार बच्‍चों की मां का दोबारा हो गया अपहरण, थानेदार को पता ही नहीं...
गजब है बिहार पुलिस: चार बच्‍चों की मां का दोबारा हो गया अपहरण, थानेदार को पता ही नहीं...

सहरसा, जेएनएन। गजब है बिहार पुलिस। चार बच्‍चों की मां का अपहरण हो गया। दो दिन बाद वह बेहोशी की हालत में मिली। इसके बाद भी न पीडि़ता का मेडिकल कराया गया और न ही कोर्ट में बयान दर्ज कराया गया। और तो और, उस महिला का बदमाशों ने दोबारा अपहरण कर लिया, लेकिन थानेदार (थानाध्यक्ष) को इसके बारे में पता ही नहीं। यह मामला सहरसा का है। अपहृता का पिता दर-दर भटक रहे हैं अपनी बेटी की तलाश में।

loksabha election banner

दरअसल, सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र में चार बच्चों की मां का बच्चों के साथ हथियार के बल पर अपहरण होता है। दो दिन बाद जब वह बेहोशी की हालत में मिलती है तो पुलिस संज्ञान नहीं लेती है। अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराने के बाद डॉक्टर दुष्कर्म की आशंका जताते हुए मेडिकल जांच की अनुशंसा करते हैं। लेकिन पुलिस मामले को टाल देती है। हद तब होती है जब मामला दर्ज होने के बाद पुलिस कार्रवाई नहीं करती है और इसी बीच एक बार फिर पीडि़ता का अपहरण कर लिया जाता है। अब पीडि़ता के पिता वरीय अधिकारियों को पत्र भेज कार्रवाई की गुहार लगा रहे हैं और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।

पीडि़ता के पिता बताते हैं कि 28 जून को उनकी बेटी अपने ससुर व चार बच्चों के साथ ससुराल जा रही थी। गांव के बाहर महताब आलम, असलम आजाद, अफसाना खातून सहित तीन अज्ञात ने उनकी बेटी व बच्चों को अगवा कर लिया। इसकी लिखित सूचना थाने को दी गई, लेकिन मामला दर्ज नहीं किया गया। 

इधर, अपहरण को लेकर गांव में पंचायत हुई। ग्रामीणों के दबाव पर 30 जून को गांव के बगीचे में उनकी बेटी मिली। इलाज के लिए उसे अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। डाॅक्टर द्वारा थाने को इसकी लिखित सूचना भेजी गई, लेकिन पुलिस ने यहां भी अनदेखी की। अनुमंडलीय अस्पताल से पीडि़ता को रेफर कर दिया गया।

दो जुलाई को सदर थाना के पुलिस अधिकारी ने पीडि़ता का बयान लिया, तब जाकर मामला दर्ज किया गया। इसके बाद भी आश्‍चर्य तो यह है कि उनकी बेटी की न तो मेडिकल जांच कराई गई और न ही कोर्ट में उसका बयान दर्ज करवाया गया। इधर अपहर्ताओं ने 15 जुलाई को पीडि़ता का दोबारा अपहरण कर लिया।

पीडि़ता के पिता बताते हैं कि अपहर्ताओं ने उसकी बेटी की अश्लील तस्वीरें खींच ली हैं। उसे धमकी दी गई है। इसको लेकर एसडीपीओ को नौ जुलाई को आवेदन भी दिया गया। इस बाबत जब थानेदार इंसपेक्टर अनिल कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है, पीडि़ता का मेडिकल कराया गया है। उसके दोबारा अपहरण की जानकारी नहीं है। अनुसंधानकर्ता से जानकारी ली जाएगी। 

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.