बिेहार: दुल्हन के गहनों के विवाद में वधू पक्ष ने तोड़ी शादी, दूल्हे को बनाया बंधक, रातों-रात भागे बाराती
बिहार के सिवान जिले के तरवारा प्रखंड के जीबी नगर थाना क्षेत्र के सतवार गांव में वधू पक्ष के लोगों ने असली और नकली गहने के विवाद को लेकर बगैर शादी ही बारात लौटा दी। दूल्हा समेत आधा दर्जन लोगों को बंधक बना लिया। भनक लगते ही बाराती भाग गए।
तरवारा (सिवान), जागरण संवाददाता। जीबी नगर थाना क्षेत्र के सतवार गांव में गुरुवार को शादी के दौरान वधू पक्ष और वर पक्ष के बीच असली-नकली गहने को लेकर विवाद हो गया। वर पक्ष द्वारा बर्नेत के दौरान नकली गहना दिए जाने का आरोप लगा वधू पक्ष ने बिना शादी के ही बरात को लौटा दिया। वहीं आक्रोशित लोगों ने दूल्हा समेत आधा दर्जन को बंधक भी बना लिया था। इस बात की भनक लगते ही बरातियों को शादी छोड़कर रातों-रात घर भागना पड़ा। बरात से लौटे लोगों ने इस बात की जानकारी गांव वालों को दी।
दूल्हा समेत आधा दर्जन लोगों को छुड़ाया
जानकारी के अनुसार चाचोपाली गांव से गुरुवार को सतवार गांव में बरात गई थी। इसमें बर्नेत के दौरान वर पक्ष वालों की तरफ से असली गहने की जगह नकली गहने चढ़ा दिया गया। इस बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया। इससे नाराज होकर वधू पक्ष के लोगों ने शादी करने से इन्कार कर दिया और दूल्हा को बंधक बना लिया। घटना की सूचना मिलते ही कर्णपुरा पंचायत के मुखिया दिलीप कुमार तिवारी व समाजसेवी रवींद्र सिंह, रामदुलार वर्मा समेत काफी लोग सतवार गांव पहुंच कर बंधक बनाए गए दूल्हा समेत आधा दर्जन लोगों को छुड़ाया।
दोनों पक्षों के बीच पंचायती हुई
वधू पक्ष के लोगों का कहना था कि चाचोपाली के मनोज साह के पुत्र अभिषेक कुमार की शादी हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दान दहेज में एक लाख नकद, बाइक देकर तय की गई थी। दूल्हे के पिता मनोज साह से शादी में 90 हजार रुपये के गहने चढ़ाए जाने की बात हुई थी। दूल्हे के पिता साजिश के तहत नौ सौ रुपये के नकली गहने बर्नेत में चढ़ाकर शादी करना चाहते थे। उन्होंने साजिश के तहत असली गहने की जगह नकली गहने बर्नेत में चढ़ा दी। इस दौरान वधू पक्ष के लोगों ने दहेज में दिए गए बाइक को ले जाने से रोक लिया। वहीं दूल्हे के पिता ने पंचायती के दौरान वधू पक्ष वालों द्वारा दहेज में दिए गए सामानों एवं नगदी लौटाने की बात स्वीकार की। इस संबंध में इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार ङ्क्षसह से पूछने पर बताया कि इस तरह का मामला प्रकाश में आया है, लेकिन किसी पक्ष के लोगों ने आवेदन नहीं दिया है। आवेदन मिलने पर आगे कार्रवाई की जाएगी।