अपराधी काबिल था लेकिन यह काम नहीं आया, पटना में गोली मार पांच लाख लूट के मामले में दो गिरफ्तार
पटना सिटी के केशव राय गली के पास गोली मार हुई लूट में शामिल दो अपराधी गिरफ्तार। व्यवसायी के स्टाफ से पांच लाख लूटने के बाद जमशेदपुर में छिपे थे दोनों अपराधी। चार लाख 12 हजार रुपये देसी पिस्तौल तीन मोबाइल और स्कूटी पुलिस ने की बरामद।
पटना, जागरण संवाददाता। पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र की केशव राय गली के पास व्यवसायी विकास जालान के स्टाफ विजय आनंद को गोली मारकर पांच लाख लूटने वाले दोनों लुटेरे जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इनकी पहचान गया के मानपुर निवासी विक्की कुमार और खाजेकलां निवासी राहुल कुमार के रूप में हुई है। इनके पास से 4.12 लाख रुपये, देसी पिस्तौल, तीन मोबाइल और वारदात में इस्तेमाल स्कूटी को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। एक अपराधी रमेश कुमार को स्थानीय लोगों ने घटनास्थल के पास ही दबोच लिया था। पुलिस के हवाले कर दिया था। मामले में तीनों अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
साथी के पकड़े जाने पर गया फरार हो गए थे सभी
एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि विजय टेलीकाम कंपनी के सिम और रिचार्ज कूपन के वितरक हैं। एक दिसंबर को दोपहर करीब एक बजे उनका स्टाफ विजय आनंद पैदल ही बैग में पांच लाख रुपये लेकर पास के ही यूनियन बैंक में जमा करने जा रहा था। तभी स्कूटी सवार तीन अपराधी पहुंच गए। अपराधियों ने विजय को गोली मारकर जख्मी कर दिया और रुपये से भरा बैग लेकर भागने लगे। स्थानीय लोगों के सहयोग से अपराधी रमेश को घटनास्थल के पास ही पकड़ लिया गया। वहीं विक्की उर्फ शेरू उर्फ काबिल और राहुल कैश लेकर फरार हो गए।लूट की रकम लेकर झारखंड में छिपा था राहुल
एसएसपी ने दोनों की गिरफ्तारी के लिए एसपी पूर्वी जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की। पुलिस रमेश से पूछताछ करने लगी। रमेश ने दोनों साथियों के नाम उजागर कर दिए। छानबीन में पता चला कि दोनों लुटेरे वारदात के बाद गया के मानपुर फरार हो गए। पुलिस मानपुर पहुंची, लेकिन तब तक वह वहां से निकल चुके थे। पुलिस गया में ही विक्की के करीबियों से पूछताछ करने लगी। दो दिन पूर्व विक्की को गया से गिरफ्तार किया गया। पता चला कि लूट की रकम राहुल के पास है, जो झारखंड में छिपा है। विक्की को साथ लेकर पुलिस ने झारखंड में राहुल के ठिकाने पर दबिश दी। जमशेदपुर में राहुल दबोचा गया। उसकी निशानदेही पर लूट की रकम और स्कूटी व वारदात के दिन पहने हुए कपड़े भी बरामद किए गए।
रमेश और विक्की ने मिलकर बनाई थी योजना
राहुल ने पुलिस को बताया कि रमेश और विक्की दोस्त हैं। दोनों ने मिलकर लूट की योजना बनाई थी। रमेश के पकड़े जाने के बाद राहुल और विक्की को अहसास हो गया था कि रमेश उनका नाम और पता उजागर कर देगा। इस वजह से दोनों उसी दिन पटना से फरार हो गए। दूसरे दिन गया पहुंचे। विक्की ने राहुल को लूट की रकम दे दी और उसे झारखंड में छिपने की सलाह दी। इस बीच बाकी की रकम होटल में रहने-खाने और अन्य मद में खर्च हो गई।