पीएमसीएच व एनएमसीएच की व्यवस्था हो दुरुस्त
पीएमसीएच व एनएमसीएच की व्यवस्था हो दुरुस्त
पटना। पटना साहिब सांसद सह केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कोविड के इलाज वाले पटना के दो प्रमुख अस्पतालों पीएमसीएच और एनएमसीएच की व्यवस्थाओं को और मजबूत करने का आग्रह किया। उन्होंने गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, प्रधान स्वास्थ्य सचिव प्रत्यय अमृत के साथ ही पटना के डीएम, पीएमसीएच, एनएमसीएच और एम्स के अधीक्षक एवं निदेशक से कोरोना इलाज के संबंध में जानकारी ली। दोनों अस्पतालों में हर बेड के साथ ऑक्सीजन की व्यवस्था, अतिरिक्त डॉक्टरों की व्यवस्था, वार्ड ब्वॉय की संख्या बढ़ाने तथा वेंटिलेटर चलाने वाले तकनीशियन की तैनाती का आग्रह किया है।
रविशंकर प्रसाद ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव से विशेष आग्रह किया है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बिहार सरकार को हर संभव सहयोग दिलाएं। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से आग्रह किया कि पटना के पाटलिपुत्र अशोक होटल को आइसोलेशन केंद्र से अस्पताल के रूप में बदलवाएं। दिल्ली व अन्य राज्यों की तरह बिहार के कुछ प्रमुख क्षेत्रों में बड़े-बड़े अस्थाई अस्पताल बने। रविशंकर प्रसाद ने डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ से अपील की कि इस चुनौती भरे समय में तमाम आशंकाओं के बावजूद वे इलाज में जुटे रहें। कंगन घाट पर्यटन केंद्र में बना 200 बेड का कोविड अस्पताल
पटना सिटी। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा चौक थाना अन्तर्गत कंगन घाट स्थित पर्यटन सुविधा केंद्र के आइसोलेशन वार्ड को 200 बेड के कोविड अस्पताल में गुरुवार को तब्दील कर दिया गया। यह अस्पताल श्री गुरु गोविद सिंह सदर अस्पताल के अधीन कार्य करेगा। अस्पताल के लिए आवश्यक सामान के आने और लगाने का सिलसिला गुरुवार की शाम तक जारी रहा। यहां के आइसोलेशन सेंटर में फिलहाल 37 कोरोना संक्रमितों को रखा गया है। गुलजारबाग स्थित स्टेडियम में एक सौ बेड का कोविड अस्पताल बनाने की भी तैयारी चल रही है। विभागीय अधिकारी के अनुसार सोमवार से यह अस्पताल काम करने लगेगा।
एसजीजीएस सदर अस्पताल की कार्यकारी अधीक्षक डॉ. मणि दीपा मजुमदार ने बताया कि कंगन घाट स्थित पर्यटन केन्द्र में 200 बेड लगाया गया है। 50 ऑक्सीजन सिलेंडर लगा है। दवाइयां उपलब्ध हैं। बेड के बीच कपड़े का डिवाइडर लग चुका है। यहां चार डॉक्टर, तीन नर्स, तीन पारा मेडिकल स्टाफ, दो वार्ड कर्मी, सुरक्षा कर्मी, सैनिटाइजेशन के लिए निगम कर्मी तैनात किए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर एनएमसीएच के डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।