बिहार महागठबंधन में तनातनी: मांझी का राजद पर हमला, कहा- तेजस्वी बन गए हैं किसी की कठपुतली
गोपालगंज मार्च को लेकर बिहार महागठबंधन में तनातनी हो गई है। हम सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने नेता प्रतिपक्ष पर सीधा हमला किया है। कहा- तेजस्वी किसी के हाथ की कठपुतली बन गए हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। गोपालगंज में ट्रिपल मर्डर को लेकर बिहार में राजद पर सहयोगी ही अब बरसने लगे हैं। इसे लेकर बिहार महागठबंधन में तनातनी होती दिख रही है। हम सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर सीधा हमला किया और उन्हें कठपुतली बताया।
दरअसल, गोपालगंज नरसंहार को मुद्दा बनाते ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी अपने सहयोगी मांझी के निशाने पर आ गए हैं। सहयोगियों को विश्वास में लिये बगैर आंदोलन को निकले तेजस्वी से नाराज ङ्क्षहदुस्तानी आवाम मोर्चा प्रमुख जीतन राम मांझी ने दो टूक शब्दों में तेजस्वी के आंदोलन को जातिवादी राजनीति (कास्ट पॉलिटिक्स) बताया। मांझी ने कहा कि सिंदुआरी, अररिया जहानाबाद और नवादा में दलितों के साथ घटनाएं हुई तो तेजस्वी ने कुछ नहीं किया। लेकिन गोपालगंज मसले पर वे बिना सहयोगियों के अकेले ही आंदोलन को कूद गए। इस घटना ने साबित किया है कि तेजस्वी यादव किसी के हाथ की कठपुतली बन गए हैं।
मांझी ने कहा वे महागठबंधन को कमजोर नहीं करना चाहते। उनकी पार्टी एक विचार से कार्य करने के पक्ष में है। गोपालगंज के मसले पर भी तेजस्वी को सहयोगियों से बात करनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मांझी ने कहा लॉकडाउन में आंदोलन के और विकल्प भी हो सकते थे। हम सब मिलकर संयुक्त रूप से राज्यपाल को ज्ञापन दे सकते थे। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ।
मांझी ने कहा तेजस्वी को जो लोग सलाह दे रहे हैं वे गलत लोग हैं। इन लोगों की वजह से गठबंधन टूटेगा। ऐसे ही एक पुराने सलाहकार की वजह से राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद जेल में बंद हैं। एक सवाल के जवाब में मांझी ने कहा कि आज की घटना बड़ी है इससे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अवगत कराएंगे। उन्होंने लालू प्रसाद से मिलने से यह कहकर इंकार कर दिया कि दो बार प्रयास किया, परन्तु मुलाकात नहीं हो पाई। अब फिर से प्रयास की जरूरत नहीं। इससे पहले मांझी ने पार्टी के जिलाध्यक्षों और नेताओं से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए लॉकडाउन को लेकर भी बातचीत की।