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तेजस्‍वी यादव बोले, भाजपा-जदयू मजबूरी का गठबंधन, बिहार में अगले साल तक होगा विधान सभा चुनाव

नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने आज राजद के हार की समीक्षा के लिए पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई थी। बैठक में कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी। हमें बिहार में अगले साल विधान सभा चुनाव के लिए तैयार रहना है।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Mon, 21 Dec 2020 06:33 PM (IST)Updated: Tue, 22 Dec 2020 10:20 PM (IST)
तेजस्‍वी यादव बोले, भाजपा-जदयू मजबूरी का गठबंधन, बिहार में अगले साल तक होगा विधान सभा चुनाव
बैठक के बाद तेजस्‍वी यादव मीडिया से बात करते हुए।

पटना, राज्‍य ब्‍यूरो । नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज ( 21 दिसंबर ) को कहा है कि यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा नही करेगी। भाजपा- जदयू में मजबूरी का गठबंधन है। अगले साल तक फिर चुनाव के आसार हैं। इसलिए तैयार रहना चाहिए। वे  महागठबंधन की हार के कारणों की समीक्षा करने के लिए राजद पदाधिकारियों की बुलाई गई बैठक में बोल रहे थे।

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भीतर के शत्रु से नहीं लड़ा जा सकता

उदयनारायण चौधरी के तिलक-तराजू और तलवार वाले तर्कों से अलग कहा कि राजद को सभी जाति एवं धर्मों का वोट मिला है। उन्होंने भी हमें वोट दिया है, जिनके बारे में हमारे विरोधी होने का प्रचार किया जा रहा था। तभी तो हम विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बने हैं। जनता ने हमें जिताया है, इसलिए हमें उनका अहसान मानना है। राजद की बैठक तो सामूहिक विमर्श के लिए बुलाई गई थी, लेकिन अंतरविरोधों से बचने के लिए सबका मंतव्य बंद लिफाफे में मांग लिया गया। उसकी समीक्षा के लिए प्रमंडलवार कमेटी बनेगी। जरूरत पडऩे पर प्रत्याशी और जिलाध्यक्ष को बुलाकर बात की जाएगी। बैठक में किसानों की दशा एवं आंदोलन पर बात हुई।  तेजस्‍वी ने कहा कि कुछ सीटों पर भितरघात के चलते हम हारे। एक-एक सीट पर चार-चार प्रत्याशी खड़े हो गए। व्यक्तिगत लाभ के लिए कुछ लोगों ने भितरघात किया। पार्टी हित नही देखा। जिन सीटों पर हम जीत सकते थे वहां भी निराशा हाथ लगी। सामने के शत्रु से तो लड़ा जा सकता है लेकिन भीतर के शत्रु से नही। इसलिए अगली लड़ाई के लिए सभी तैयार रहें। एकजुट रहें।

बैठक को संबोधित करते हुए तेजस्‍वी यादव ।

संगठन में बदलाव के संकेत

तेजस्वी ने पार्टी संगठन में बदलाव का संकेत दिया और कहा कि जिन्हें चुनाव लडऩा है, उन्हें संगठन में जिम्मेवारी नहीं दी जाएगी। भितरघातियों को चेताया कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। कुछ लोग हैं जो पार्टी में पदाधिकारी बन जाते हैैं और चुनाव के दौरान अधिकृत प्रत्याशी को हराने का प्रयास करते हैं, ताकि अगली बार उन्हें मौका मिल जाए। पार्टी के जिन पदाधिकारियों के बूथ पर राजद को कम वोट मिला है, उसकी समीक्षा होगी।

अब्दुल बारी सिद्दीकी ने सत्ता से बेदखल रहने के लिए धांधली और पोलिंग एजेंट को जिम्मेवार बताया और कहा कि धांधली नहीं होती तो जो पांच हजार वोटों से जीते हैं, वे 15 हजार से जीतते। कई बूथों पर पोलिंग एजेंटों के विलंब से आने के चलते भी हमें कम वोट मिले। कार्यक्रम को रमई राम, आलोक मेहता, भोला यादव, भाई वीरेंद्र, डॉ. तनवीर हसन, वृषिण पटेल, समता देवी, सलीम परवेज ने भी संबोधित किया। इस दौरान तेज प्रताप यादव, चितरंजन गगन, मदन शर्मा, निराला यादव, प्रेम गुप्ता, निर्भय अंबेडकर एवं प्रमोद राम समेत 240 पदाधिकारी मौजूद थे।

यह भी देखें: बिहार में फिर से चुनाव होंगे, तेजस्वी यादव ने दिए संकेत


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