सुशील मोदी बोले- विधानसभा चुनाव करीब आते ही महागठबंधन में बढ़ गई है बेचैनी
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर चुनावी साल में सता-विपक्ष में आराेप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। वार-पलटवार का सिलसिला चल रहा है। इसी कड़ी में सुशील मोदी ने तंज किया है।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर चुनावी साल में सता-विपक्ष में आराेप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। वार-पलटवार का सिलसिला चल रहा है। शुक्रवार को एक बार फिर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने महागठबंधन के नेताओं पर हमला किया है। हालांकि, सुशील मोदी ने बुधवार व गुरुवार को राजनीति के रणनीतिकार व पूर्व जदयू नेता प्रशांत किशोर पर हमला किया था। उन्हाेंने इसे लेकर ट्वीट भी किया है।
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव के निकट आते ही महागठबंधन में बेचैनी बढ़ गई है, जबकि एनडीए पूरी तरह एकजुट है। उन्होंने आज टवीट करके कहा कि इससे यह साफ है कि महागठबंधन के चार दलों ने राजद के सीएम फेस का नेतृत्व मानने से इनकार कर दिया है। वे नये नेता और जीत की रणनीति बनाने की घबराहट में कभी शरद यादव से तो कभी किराये पर स्लोगन लिखने वालों से मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन चुनाव से पहले बिखर जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत के विचारों को समझने के बजाय राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने अपनी जातिवादी सोच ही जाहिर की। उन्हें संघ की परम्परा और सर्वोच्च पद पर नियुक्ति की प्रक्रिया का ज्ञान होता तो वे हल्की बातें नहीं करते। मोदी ने कहा राजद को पहले 22 साल से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर जमे सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव की जगह किसी दलित पिछड़े को यह पद देकर मिसाल पेश करनी चाहिए थी।
गौरतलब है कि उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इसके पहले बुधवार व गुरुवार को प्रशांत किशोर को निशाना बनाया था। बुधवार को मोदी ने कहा था कि प्रशांत किशोर एक ओर सीएम नीतीश कुमार को पितातुल्य बताते हैं और बिहार की कथित समस्या भी गिनाते हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने दूसरे दिन कहा कि बिहार में फिर एनडीए की सरकार बनेगी। एनडीए की वापसी को प्रशांत किशोर पचा नहीं पा रहे हैं।