लालू यादव से नहीं मिलने दिए जाने पर गुस्से में तेजस्वी, कहा- ईंट से ईंट बजा देंगे
राजद सुप्रीमो लालू यादव से शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव रांची के रिम्स में मिलने पहुंचे लेकिन उन्हें अस्पताल प्रशासन ने मिलने की इजाजत नहीं दी।
पटना [जेएनएन]। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को अपने पिता व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से शनिवार को रांची के रिम्स (अस्पताल) में प्रशासन ने नहीं मिलने दिया। इससे तेजस्वी काफी नाराज हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'तानाशाह और अमानवीय भाजपाई सरकार मुझे रांची अस्पताल में ईलाजरत मेरे पिता से मिलने नहीं दे रही है। इसके लिए वे तानाशाह भाजपाई गुंडों की फासीवादी सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे।
वहीं तेजस्वी को लालू से नहीं मिलने देने की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी निंदा की और इसे गलत करार दिया। शिवानंद तिवारी ने इसे तानाशाही बताया।
बता दें कि शनिवार को तेजस्वी यादव झारखंड में चुनाव प्रचार किये जाने के बाद अपने पिता लालू यादव से मिलने रिम्स पहुंचे। लेकिन रांची प्रशासन ने उनको नहीं मिलने दिया। कहा कि टाइम खत्म हो गया है। शाम पांच बजे के बाद मिलने की अनुमति नहीं है। प्रशासन का कहना है कि तेजस्वी ने आने में देर कर दी। ऐसे में उन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी गई।
इस बाबत राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने मीडिया को बताया कि तेजस्वी आज अपने पिता से मिलने रांची गए हैं, किन्तु प्रशासन उनको लालू जी से मिलने नहीं दिया। प्रशासन का कहना है कि देर हो गई है, इसलिए मिलने की इजाज़त नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि जबकि परिवार के लोगों से कभी भी मुलाक़ात की अनुमति मिल सकती है। उन्होंने कहा कि शाम में कहा जा रहा है कि आप नहीं मिल सकते हैं। काफ़ी दिनों के बाद तेजस्वी अपने पिता से मिलने गए हैं, लेकिन यह तानाशाही मनोवृति का परिचायक है। एक बेटा अपने पिता से मुलाकात के लिए तय दिन को भी नहीं मिल सकता है।
उधर रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी इस मामले को लेकर भाजपा सरकार की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'बिहार में पिछड़ों, दलितों, शोषितों, वंचितों और अल्पसंख्यक समुदायों के हक की आवाज बुलंद करने वाले मसीहा लालू प्रसाद बीमार हैं। नीतीश की सह पर भाजपा सरकार ने इन्हें साजिशन जेल में बंद कर रखा है। इन्हें पुत्र तेजस्वी से मिलने न देना दुर्भाग्यपूर्ण है।'