बिहारः घूसखोर अधिकारी का जिक्र करते ललन ने क्यों लिया लालू-राबड़ी का नाम? नीतीश के लिए कही ये बात
बिहार की राजनीति में पक्ष और विपक्ष का एक दूसरे पर हमला अब मामूली बात रह गई है। भोजपुर में घूस लेते गिरफ्तार सीडीपीओ के मामले में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने ट्वीट करते हुए लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी पर तंज कसा।
जागरण टीम, पटना। बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 15 साल के कार्यकाल पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) लगातार कटाक्ष करता रहा है। इसके उलट विपक्ष भी नीतीश कुमार के शासनकाल को बिहार के लिए सबसे बुरा दौर बता रहा है। गुरुवार को भोजपुर में निगरानी विभाग की टीम ने 20 हजार रुपये घूस लेते हुए सीडीपीओ और सहायिका को गिरफ्तार किया था। इसी मामले को लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने ट्वीट करते हुए लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी पर तंज कसा। इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार के कार्यों को बेहतर बताया।
ललन सिंह ने निगरानी विभाग की कार्रवाई से संबंधित एक लेटर जारी करते हुए ट्वीट किया कि एक समय था जब बिहार में पति-पत्नी की सरकार थी, अधिकारियों को टारगेट दिया जाता था, उनके माध्यम से जनता से वसूले गए टैक्स के पैसे से अरबों की बेनामी संपत्ति अर्जित की जाती थी। ललन सिंह ने इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि आज नीतीश कुमार का सुशासन है। अब भ्रष्टाचारियों की तो खैर नहीं।
जानें क्या था मामला
गौरतलब है कि पटना से आई निगरानी की टीम ने गुरुवार की दोपहर भोजपुर जिले के तरारी के बाल विकास परियोजना कार्यालय की सीडीपीओ मंजू कुमारी को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। निगरानी ने सीडीपीओ के साथ एक महिला दलाल रीता देवी को भी पकड़ा है, जो सहायिका है। आरोप था कि सीडीपीओ आंगनबाड़ी इमादपुर की आंगनबाड़ी की सेविका नीलम देवी की क्रय पंजी पर हस्ताक्षर के नाम पर महिला दलाल के जरिए रिश्वत ले रही थी। घूसखोरी में गिरफ्तार सीडीपीओ रोहतास जिले के सूर्यपुरा थाना के गोसलडीह गांव की निवासी है। भोजपुर के पहले बक्सर के नावानगर प्रखंड में कार्यरत थी। एक आंगनबाड़ी सेविका के क्रय पंजी पर पिछले आठ महीने से हस्ताक्षर नहीं हो रहा था, जिसके चलते पोषाहार राशि का आवंटन नहीं हो रहा था। आरोप है कि सीडीपीओ क्रय पंजी पर हस्ताक्षर करने के एवज में 20 हजार रुपये घूस मांगी थी।