मोबाइल से स्विच ऑफ करें एटीएम, मिस कॉल पर लें बैंक स्टेटमेंट ...जानिए कैसे
नोटबंदी के बाद आप तकनीक का इस्तेमाल कर कैश संकट से बचाव कर सकते हैं। इसके लिए चाहिए बस एक मोबाइल। मोबाइल से एटीएम स्विच ऑफ तो मिस कॉल पर बैंक स्टेटमेंट लेना कितना आसान है, जानिए।
पटना [कुमार रजत]। क्या आप जानते हैं कि मोबाइल की तरह आप एटीएम कार्ड को भी स्विच ऑन और स्विच ऑफ कर सकते हैं। वो भी बस एक क्लिक पर स्मार्टफोन पर। एक मिस कॉल पर अपना बैंक स्टेटमेंट देख सकते हैं। बिना इंटरनेट और स्मार्टफोन के मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पाटलिपुत्र स्थित दैनिक जागरण कार्यालय में ये बातें साझा कीं स्टेट बैंक के वरीय पदाधिकारियों ने। 'चुनौतियां सुरक्षित-सुगम कैशलेस सिस्टम की' विषय पर आयोजित जागरण विमर्श कार्यक्रम में एसबीआइ के एजीएम रैंक के तीन पदाधिकारी अर्जुन साही, सुमन मिश्रा व आनंद बिक्रम शामिल हुए। तीनों ने कैशलेस इकोनॉमी को सुरक्षित और सुगम बताया।
पहले से ही कैशलेस की तैयारी
बैंक अधिकारियों ने बताया कि कैशलेस इकोनॉमी की मुहिम नई नहीं है। वित्तीय समावेशन, मोबाइल बैंकिंग, पॉस मशीनों को बढ़ावा आदि का काम काफी पहले से चल रहा था। बैंकों में खुद कैशलेस विंग भी है, जो इस दिशा में काम कर रही है। हां, नोटबंदी के बाद इस मुहिम को तेज कर दिया गया है।
घर बैठे फिक्सड डिपोजिट
अब जमाना एप्स का है। एसबीआइ सहित कई बैंकों ने कैशलेस सोसाइटी के लिए ढेर सारे एप्स लांच किए हैं। विकल्पों की कमी नहीं है। एसबीआइ की बात करें तो 'स्टेट बैंक एनिवेयरÓ के जरिये ग्राहक चेक ऑर्डर करने से लेकर फिक्सड डिपोजिट या आरडी अकाउंट तक घर बैठे खुलवा सकते हैं। लोन के लिए भी आवेदन दिया जा सकता है।
बिना इंटरनेट के मोबाइल बैंकिंग
बैंक अधिकारियों ने बताया कि जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है, वे साधारण फीचर फोन से भी मोबाइल बैंकिंग की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इस सुविधा का नाम यूएसएसडी रखा गया है। इसमें *99\क्रप्त दबाकर ग्राहक बैंक से जुड़ सकते हैं। ये ठीक उसी तरह होगा, जैसे अभी हम अपने मोबाइल का बैलेंस चेक करते हैं। एसएमएस के माध्यम से ग्राहक मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करेंंगे। इसमें एक दिन की लिमिट 5,000 रुपये होगी। इसके लिए ग्राहकों को बस इतना सुनिश्चित करना होगा कि उनका खाता मोबाइल और आधार नंबर से जुड़ा है, या नहीं।
एसबीआइ क्विक से एटीएम कार्ड करें ऑफ
बैंक अधिकारियों ने बताया कि अकसर कैशलेस सोसाइटी को हैकर्स से खतरा बताया जाता है, मगर ऐसा नहीं है। इसकी भी पूरी तैयारी है। उदाहरण के लिए एसबीआइ क्विक एप डाउनलोड कर आप अपना मोबाइल जब मन चाहे स्विच ऑन और स्विच ऑफ कर सकते हैं। इसी तरह मिस कॉल से पूरा बैंक स्टेटमेंट भी निकाला जा सकता है।
मजदूरों के लिए इजी पे कार्ड
असंगठित क्षेत्र के मजदूरों और लेबर कांट्रेक्टरों के लिए इजी पे कार्ड है, जिसमें 40 हजार रुपये तक जमा किये जा सकते हैं। खास बात यह है कि इसके लिए बैंक अकाउंट की भी जरूरत नहीं है।
अंगुली के निशान से जमा होगा पैसा
बैंक अधिकरियों ने बताया कि ग्रामीण इलाकों को कैशलेस की मुहिम से जोडऩे के लिए आधार कार्ड आधारित सिस्टम तैयार किया गया है। इसमें स्वाइप मशीन की तरह उपकरण लेकर बैंकिंग एग्जीक्यूटिव गांव-गांव जाएंगे। वहां सिर्फ आधार की जानकारी मांगी जाएगी और अंगुलियों के निशान से पैसों का लेन-देन हो सकेगा। कार्ड स्वाइप करने की भी जरूरत नहीं है।
इन चुनौतियों को करना होगा पार
- लोगों का माइंडसेट बदलना जरूरी है। अभी भी लोग नगद रुपये को ही 'अपना' समझते हैं।
- लोगों को नई तकनीक को लेकर जागरूक करना होगा। खासकर गांवों में अभियान चलाना होगा।
- पॉस मशीन के लिए जरूरी है कि ग्रामीण इलाकों के दुकान भी रजिस्र्ड हों। दुकानदारों को भी पहल करनी होगी।
- सरकार के साथ बैंकों को भी अपनी आधारभूत संरचना मजबूत करनी होगी। इंटरनेट को सुलभ बनाना होगा।