पटना में हत्या की दो वारदातों में एक ही शूटर पर शक, आपराधियों ने बड़ी घटनाओं को दिया था अंजाम
चौक थाना क्षेत्र में पार्षद के व्यवसायी भाई 44 वर्षीय रणधीर कुमार उर्फ कल्लू और खाजेकलां थाना के समीप जमीन कारोबारी 43 वर्षीय शिवशंकर उर्फ कल्लू की सरेआम हत्या करने वाले शूटरों को गिरफ्तार करने में पुलिस विफल है।
पटना, जेएनएन। चौक थाना क्षेत्र में पार्षद के व्यवसायी भाई 44 वर्षीय रणधीर कुमार उर्फ कल्लू और खाजेकलां थाना के समीप जमीन कारोबारी 43 वर्षीय शिवशंकर उर्फ कल्लू की सरेआम हत्या करने वाले शूटरों को गिरफ्तार करने में पुलिस विफल है। दो माह बिताने के बाद भी शूटर पुलिस हत्थे नहीं चढ़ सके। शूटरों की गिरफ्तारी न होने से व्यापारियों में आक्रोश गहराने लगा है। एक पखवारा के अंदर हुई दोनों कारोबारियों की हत्या करने के अंदाज एक ही तरह के हैं। ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि दोनों घटनाओं में कहीं एक ही शूटर का हाथ हो। पुलिस का मानना है कि शूटर राज्य से बाहर भागा है। उसके खोजने की दिशा में पुलिस जुटी है।
21 सितंबर को सरेशाम कल्लू के सिर में मारी थी गोली
खाजेकलां थाना से 200 गज की दूरी पर कृष्णा टॉकिज के सामने अशोक राज पथ पर 21 सितंबर की शाम बेखौफ बाइक सवार अपराधियों ने भीड़भाड़ वाले इलाके में बुलेट सवार जमीन कारोबारी शिवशंकर उर्फ कल्लू को सिर में गोली मारी और आराम से निकल भागे थे। हत्या के दो माह बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। घटना के बाद घर से लेकर घटनास्थल तक सड़क पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही पुलिस अब शूटरों को नहीं गिरफ्तार कर सकी। इधर, हत्याकांड का खुलासा नहीं होने से स्वजनों और कारोबारियों में आक्रोश गहराता जा रहा है।
पांच अक्टूबर को दिनदहाड़े कल्लू के सिर में मारी थी गोली
चौक थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर हाजीगंज स्थित गोप ट्रांसपोर्ट के समीप प्रेमा मार्केट स्थित सिद्धि विनायक विजन दुकान खोलने जा रहे वार्ड 67 के पार्षद मनोज कुमार उर्फ मुन्ना जायसवाल के व्यवसायी भाई रणधीर कुमार उर्फ कल्लू की सिर में गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दिया। बाइक सवार अपराधियों ने दिन में लगभग दस बजे अशोक राजपथ पर बाइक पर सवार इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार को सिर में गोली मार आराम से निकल गए। दस दिनों के बाद मामले में तीन लोग पकड़े गए। उनमें खाजेकलां झोपड़पट्टी का विक्की उर्फ टिकटिक भी था। हत्या के 52 दिन बीतने के बाद भी शूटर के गिरफ्तार न होने व्यापारियों में आक्रोश है।