बिहार के किस कानून की बात कर रहे हैं राजद नेता शिवानंद तिवारी, सुशील मोदी से पूछ दिया सवाल
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी (RJD Leader Shivanand Tiwari) ने शराबबंदी कानून में संशोधन (Amendment in Prohibitio Law) की चर्चा के बीच पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (RS Member Sushil Kumar Modi) से सवाल पूछ दिया है।
राज्य ब्यूरो, पटना। Politics on Liquor Ban: राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी (RJD Leader Shivanand Tiwari) ने शराबबंदी कानून में संशोधन (Amendment in Prohibitio Law) की चर्चा के बीच पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (RS Member Sushil Kumar Modi) से जानना चाहा है कि क्या बिहार में शराबबंदी भी है? क्योंकि समाचार पत्रों में आने वाली खबरें देखकर तो नहीं लगता कि बिहार में शराबबंदी भी है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि सरकार ने शराबबंदी का फैसला बिना सोचे-समझे लिया था। अब उसमें संशोधन कर पूर्व के प्रविधानों को शिथिल करने की चर्चा हो रही है। पहले 10 वर्ष की कैद, मकान की जब्ती, पूरे परिवार की गिरफ्तारी, बस-ट्रक की जब्ती जैसे प्रविधान थे। जो चर्चा है उसके अनुसार कानून बदलने के बाद पीने वालों को जेल नहीं जाना होगा, जुर्माना लगेगा। उन्होंने समाचार पत्रों की खबरों का हवाला देकर कहा कि हर रोज शराब की आमद की जानकारी मिलती है। उन्होंने कहा कि अनुमान लगाइए कि इसकी कितनी तादाद होगी, जहां का समाचार ही नहीं मिल पाता है।
राजद ने फिर दिया नीतीश को न्योता
राजद ने नीतीश कुमार को तेजस्वी यादव के लिए सीएम की कुर्सी छोड़ने और केंद्र की राजनीति में जाने का प्रस्ताव दिया है। राजद के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा है कि तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाकर नीतीश कुमार केंद्र की राजनीति में अगर जाने के लिए तैयार हों, तो राजी राजद उनका समर्थन करेगा। तेजस्वी के करीबी भाई वीरेंद्र ने कहा कि अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चाहिए कि अगली पीढ़ी को जगह दें। उन्हें जो करना था, 16 वर्षों में कर लिया। अब उनकी जरूरत दिल्ली को है। उन्होंने कहा कि राजनीति में बदलाव होते रहते हैं। भाई वीरेंद्र ने यह भी कहा कि भाजपा और जदयू में जिस तरह की नूराकुश्ती हो रही है, उससे आगे किसी नए समीकरण से इनकार नहीं किया जा सकता।
पूर्ण मद्यनिषेध कानून को बिहार की आम जनता, विशेष कर महिलाओं का व्यापक समर्थन प्राप्त है। यदि राजद और कांग्रेस में हिम्मत है, तो वे घोषणा करें कि उनकी सरकार गलती से भी बन गई, तो वे शराबबंदी कानून को खत्म कर देंगे । - Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 18 Jan 2022
भाजपा शासित गुजरात और बिहार में पूर्ण मद्यनिषेध लागू है, इसलिए जब हम यहां इस कानून की समीक्षा की बात करते हैं, तब इसका अर्थ कानून को समाप्त करना नहीं। हमारा मत है कि शराबबंदी कानून को बेहतर ढंग से लागू करने और कमजोरियों को दूर करने के उपाय खोजे जा सकते हैं। - Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 18 Jan 2022
झारखंड सहित बिहार के तीनों पड़ोसी राज्यों में शराबबंदी लागू न होना और नेपाल से खुली सीमा का होना शराबबंदी लागू करने की बड़ी चुनौतियाँ हैं। समाज सुधार और जनहित के काम क्या चुनौतियों के डर से बंद कर दिए जाने चाहिए? - Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 18 Jan 2022