Move to Jagran APP

सुशील मोदी का राजद सुप्रीमो पर हमला: जल-जीवन-हरियाली पर पैसे की बरबादी का कुतर्क दे रहे लालू

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान का विरोध करने के लिए लालू प्रसाद यादव पैसे की बरबादी और भ्रष्टाचार का कुतर्क दे रहे हैं।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 08:44 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 10:39 PM (IST)
सुशील मोदी का राजद सुप्रीमो पर हमला: जल-जीवन-हरियाली पर पैसे की बरबादी का कुतर्क दे रहे लालू
सुशील मोदी का राजद सुप्रीमो पर हमला: जल-जीवन-हरियाली पर पैसे की बरबादी का कुतर्क दे रहे लालू

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान (Jal Jeevan Hariyali Campaign) का विरोध करने के लिए यदि लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) पैसे की बरबादी और भ्रष्टाचार का कुतर्क दे रहे हैं, तो वे बताएं कि अपने 15 साल के शासन में किसी भी सामाजिक मुद्दे पर कोई जागरुकता अभियान न चला कर उन्होंने कितने पैसे बचा लिए थे।

prime article banner

मोदी ने आज टवीट (tweet) के जरिये लालू (Lalu) से सवाल किया कि राजद शासन (RJD Government) में राज्य का बजट आकार कभी 34000 करोड़ से आगे क्यों नहीं बढ़ा। क्या सरकारी कोषागारों में पैसे चारा घोटाला (Fodder Scam), अलकतरा घोटाला (Charcoal Scam) करने के लिए बचा कर रखे गए थे। उन्होंने कहा जिनका शासन लूट और घोटालों के कारण बिहार को शर्मसार करता रहा, वे एक नेक काम पर बेतुके आरोप लगा रहे हैं।

मोदी ने कहा जल-जीवन-हरियाली के लिए 5.16 करोड़ बिहारवासियों ने 18034 किमी लंबी मानव श्रृंखला (Bihar Human Chain) बनाकर दुनिया को प्रभावित और प्रेरित किया। संयुक्त राष्ट्र की समिति ने न केवल इसकी सराहना की, बल्कि इसमें सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जिस काम से बिहार का मान बढ़ा, उसे लालू प्रसाद पानी पी पी कर कोसते रहे।

उपमुख्‍यमंत्री मोदी ने कहा कि महागठबंधन (Mahagathbandhan) के जिन आधा दर्जन विधायकों ने जीवन और हरियाली का हाथ थाम कर एक राजनीतिक पाप से खुद को अलग रखा, उनका विशेष आभार। उन्होंने कहा अच्छी बात है कि कुछ लोगों में दलगत दायरे से बाहर सोचने का साहस बचा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.