मोदी व मंगल पांडेय का हमला: झारखंड में राजद खंड-खंड, बिहार में गठबंधन का बंटाधार
बिहार महागठबंधन में सीटों को लेकर चल रहे पेच और झारखंड राजद में मची भगदड़ पर विपक्षी नेता जमकर चुटकी ले रहे हैं। इस पर सुशील मोदी व मंगल पांडेय ने तंज कसा है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार महागठबंधन में सीटों को लेकर चल रहे पेच और झारखंड राजद में मची भगदड़ पर विपक्षी नेता जमकर चुटकी ले रहे हैं। इसे लेकर गुरुवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विरोधियों को निशाने पर लिया है।
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि झारखंड में राजद के खंड-खंड होने और बिहार में कथित महागठबंधन का बंटाधार के बावजूद सजायाफ्ता लालू प्रसाद को तिहरे हत्याकांड के आरोपित मोहम्मद शहाबुद्दीन, बालू माफिया सुभाष यादव, बलात्कारी राजबल्लभ यादव और अलकतलरा घोटाले के सजायाफ्ता इलियास हुसैन के परिजनों को उपकृत करने से कोई परहेज नहीं है।
मोदी ने यह भी कहा कि घर में लगी सियासी विरासत की आग में तेज और तेजस्वी के बीच तलवारें खिंच चुकी हैं, फिर भी होटवार जेल से लालू प्रसाद बालू माफिया सुभाष यादव को चतरा से टिकट देकर झारखंड में यूपीए गठबंधन को तोड़ और प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी तक को बलि चढ़ा देते हैं।
उन्होंने कहा कि यह वही सुभाष यादव है, जिसने लालू परिवार के काले धन को सफेद करने के लिए एक ही दिन 13 जून, 2017 को अपनी और अपनी पत्नी की बालू खनन कम्पनी के नाम से राबड़ी देवी की 'मां मरछिया देवी कम्पलेक्स' के तीन-तीन फ्लैट 1 करोड़ 72 लाख का भुगतान कर खरीदा। लालू प्रसाद की पार्टी की फंडिंग भी सुभाष यादव करते रहे हैं। उसी के एवज में पार्टी, गठबंधन सबको धता बता कर उन्हें चतरा से राजद का उम्मीदवार बनाया गया है।
मोदी ने कहा कि सीटों को लेकर बिहार में राजद-कांग्रेस में जहां सिरफुटौव्वल जारी है वहीं पारिवारिक राजनीतिक विरासत के लिए तेज प्रताप और तेजस्वी के बीच घमासान मचा हुआ है। यह लड़ाई केवल भाई-भाई के बीच ही नहीं, भाई-बहन और समधी को लेकर भी है। डायवोर्स की लड़ाई लड़ रहे तेज प्रताप के जले पर नमक छिड़कने के लिए तेजस्वी उनके ससुर चन्द्रिका राय को टिकट देते हैं तो बड़ी बहन मीसा भारती को स्टार प्रचारक की सूची से बाहर कर देते हैं। तेज प्रताप का छात्र राजद के राष्ट्रीय संरक्षक पद से इस्तीफा तो इस लड़ाई का शुरूआती परिणाम है।
उधर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाडेय ने कहा है कि महागठबंधन में रार बरकरार है। इसमें शामिल दलों के नेता मानसिक रूप से बीमार हैं, इसलिए गुरुवार की बैठक में भी नतीजा सिफर रहा। यही कारण है कि कांग्रेस ने शॉटगन को 6 अप्रैल तक खामोश रहने को कहा है। पांडेय ने कहा यह दीगर है कि महागठबंधन के नेता महागठबंधन के एकजुट होने की बात कर रहे हैं, लेकिन राजद ने इस मामले में चुप्पी साध पसंदीदा सीटों पर निशाना साध रखा है। उन्होंने कहा कि राजद दरभंगा और मधुबनी सीट पर कोई समझौता करने को तैयार नहीं है, तो बिहार कांग्रेस के नेता दरभंगा को लेकर नाराज हैं।