Sushant Singh Rajput Death: सुशांत से वापस ली गईं फिल्में, काबिलियत से घबराने लगे थे बड़े स्टार
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद अब उनके स्वजनों का पक्ष सामने आया है। उनके भाई ने कहा कि सुशांत बॉलीवुड की गैंगबाजी से परेशान थे। उनसे कई फिल्में वापस ले ली गईं थीं।
आशीष शुक्ल, पटना। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के स्वजन भी अब मान रहे हैं कि वे बॉलीवुड की गैंगबाजी से परेशान थे मगर इस बात की जानकारी सुशांत ने परिजनों को नहीं दी थी। मुंबई में दो दिन तक पुलिस और सुशांत के दोस्तों से हुई बातचीत के बाद स्वजन इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं।
सामने आया स्वजनों का पक्ष
सुशांत के चचेरे भाई व विधायक नीरज कुमार बबलू ने जागरण से दूरभाष पर हुई बातचीत में बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है। क्राइम ब्रांच ने जांच भी शुरू कर दी है। कई लोगों का बयान लिया गया है। अभी उसकी उम्र ही क्या थी?
गैंगबाजी कर सुशांत को घेरा
सुशांत 33 साल का तो हुआ था। फिल्म इंडस्ट्री में अपनी काबिलियत पर तेजी से उभर रहा था। जो मुकाम कम समय में हासिल किया, उससे कई बड़े स्टार घबराए हुए थे। गैंगबाजी कर सुशांत को घेरने का काम किया गया। बताया जा रह है कि रहा चार-पांच फिल्में इसके हाथ से वापस ले ली गई। दोस्त भी अभी सदमे में है, जिससे कई सारी बातें सामने नहीं आ पा रही है।
आउटसाइडर को नहीं मिलती मदद
उन्होंने बताया कि देखिए अभी कोई खुलकर नहीं बता रहा है, लेकिन सबसे बड़ी बात है कि इतना बड़ा कदम उठाया तो निश्चित रुप से डिप्रेशन में होगा। उसे कहीं न कहीं घेरने का प्रयास किया गया। ये सब बातें वहां के अंदरखाने में चल रही थी। इस बात का एहसास उसने किसी को नहीं होने दिया। कभी किसी से कुछ शेयर नहीं किया। एक बात तो है कि यहां पर आउटसाइडर को बिना गैंग में शामिल हुए कोई मदद नहीं करता। चाहें जितना भी बड़ा कलाकार हो। जो भी बिहार के कलाकार रहे हो उन्हें घेरने का काम किया गया। हम लोगों को अगर कुछ पता होता तो उसका रास्ता निकाला जाता।
गरीब बच्चों को नासा में भेजने का था सपना
नीरज कुमार बब्लू ने बताया कि सुशांत पिछले साल ही गांव आया था। गांव आकर छोटे बच्चों की तरह रहता था। पेड़ों पर चढऩा, खेतों में खेलना वह सब कुछ करता था। एक बार उसने जिक्र भी किया था कि सपना है कि गरीब बच्चों को नासा भेजेंगे। तब हम बोले थे कि इस गांव के बच्चों को भी भेज देना। वादा किया कि भेजेंंगे। फिल्म लाइन से हटकर भी बहुत कुछ सामाजिक कार्य के बारे में सोचता था।