Sushant Singh Rajput Death: चिराग का CM उद्धव ठाकरे को पत्र, लिखा- निष्पक्ष जांच कराइए जनाब
Sushant Singh Rajput Death चिराग पासवान ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने और क्या लिखा है जानिए इस खबर में।
पटना, जेएनएन। Sushant Singh Rajput Death: बॉलीवुड अभिनेता (Bollywood Actor) सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) सुसाइड (Siucide) मामले में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (CM) उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। चिराग इसके पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को भी पत्र लिखकर जांच की मांग कर चुके हैं। उधर, सुशांत के पिता सहित कई लोगों ने पूरे मामले की सीबीआइ जांच (CBI Probe) की मांग की है।
सुसाइड से गरमाया प्रताड़ना का मुद्दा, उठ रही जांच की मांग
विदित हो कि बिहार के मूल निवासी सुशांत सिंह राजपूत ने बीते 14 जून को मुंबई स्थित अपने फ्लैट में सुसाइड कर लिया था। घटना के बाद बॉलीवुड में कुछ खास परिवारों के दबदबा तथा छोटे शहरों से गई प्रतिभाओं को दबाने, उन्हें प्रताडि़त करने के मुद्दे गरमा गए हैं। आरोप लगाया गया है कि सुशांत भी इसी के शिकार हुए। इस मामले की जांच उठ रही है। चिराग का पत्र इसी की ताजा कड़ी है।
बॉलीवुड की गुटबंदी के हुए शिकार, झेल रहे थे बहिष्कार
चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर हुई बातचीत का हवाला देते हुए अपने पत्र में लिखा है कि बिहार के युवा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अपनी प्रतिभा के बल पर बिहार सहित पूरे देश में लोकप्रिय थे, लेकिन बीते 14 जून को उन्होंने सुसाइड कर लिया। सुशांत के परिवार के कुछ सदस्यों ने इस सुसाइड के पीछे किसी साजिश की आश्ांका है। उनका मानना है कि सुशांत ने बॉलीवुड की गुटबंदी के कारण परेशान होकर सुसाइड किया है। इसी गुटबंदी के कारण कुछ बड़े निर्माताओं ने सुशांत काे फिल्में देना बंद करते हुए उनका बहिष्कार कर दिया था।
चिराग ने लिखा- दोषियों पर कार्रवाई करे महाराष्ट्र सरकार
चिराग पासवान ने पत्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखा है कि वे इस मामले की गंभीरता से निष्पक्ष जांच कराएं। चिराग ने उन्हें आगे लिखा है कि वे वैसे सभी लोगों पर कार्रवाई करें, जो छोटे शहरों से बॉलीवुड पहुंची प्रतिभाओं को आगे बढ़ने से रोकते हैं।