Sushant Singh Rajput Death Case: वकील ने खोला FIR में विलंब का राज, कहा- नहीं चाहिए CBI जांच
Sushant Singh Rajput Death Case सुशांत के पिता ने बेटे की गर्लफ्रेंड रहीं रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी है। इस मामले में उनके वकील ने मुंबई पुलिस का राज भी खाेला है।
पटना, एएनआइ। Sushant Singh Rajput Death Case: बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड (Sushant Singh Rajput Suicide) मामले में उनके पिता केके सिंह ने बेटे की गर्लफ्रेंड (Girl Friend) रहीं रिया चक्रवर्ती (Riya Chakraborty) के खिलाफ घटना के डेढ़ महीने बाद एफआइआर (FIR) दर्ज कराई है। एफआइआर में सुशांत के पिता ने रिया पर अनेक गंभीर आरोप लगाए हैं। सवाल यह कि एफआइआर दर्ज कराने में इतना विलंब क्यों हुआ? सुशांत के पिता के वकील व पूर्व सॉलिसिटर जनरल विकास सिंह ने इस बाबत कहा है कि परिवार सदमे (Shock) में था और मुंबई पुलिस (Mumbai Police) भी उनकी एफआइआर दर्ज करने के बदले अपनी थ्योरी के अनुसार, बड़े प्रोडक्शन हाउस (Big Production Houses) के नाम देने के लिए दबाव डाल रही थी। यह मामले को दूसरी दिशा में मोड़ना था।
घटना के डेढ़ महीने बाद गर्लफ्रेंड पर एफआइआर
विदित हो कि बीते 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत का फंदे से लटकता शव उनके मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में मिला था। घटना के बाद बॉलीवुड में परिवारवाद व प्रताड़ना के आरोप लगे। आरोपों के घेरे में सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती भी आईं। परिवारवाद (Nepotism) व प्रताड़ना (Atrocity) के आरोपों में सलमान खान (Salman Khan) व करण जौहर (Karan Johar) सहित अनेक बॉलीवुड हस्तियों के खिलाफ बिहार सहित पूरे देश में जगह-जगह मुकदमे दर्ज किए गए। इसी कड़ी में सुशांत के पिता ने रिया चक्रवर्ती पर भी पटना के राजीव नगर थाने में एफआइआर कराई है। एफआइआर में रिया सहित उनके परिवार के छह लोगों पर सुसाइड के लिए उकसाने, ब्लैकमेल करने तथा सुशांत को प्रताड़ित करने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
परिवार चाहता कि पटना पुलिस करे अनुसंधान
समाचार एजेंसी एएनआई (ANI) के अनुसार सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने कहा है कि पटना पुलिस (Patna Police) इस मामले में एफआइआर करने से हिचक रही थी, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) व मंत्री संजय झा (Minister Sanjay Jha) की पहल पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है। अब वे चाहते हैं कि मामले का अनुसंधान पटना पुलिस करे। उन्होंने परिवार द्वारा सीबीआइ जांच (CBI Investigation) की मांग को खारिज किया। कहा कि ऐसी मांग परिवार ने नहीं की है।
मामले को दूसरी दिशा में मोड़ना चाहती मुंबई पुलिस
एफआइआर में डेढ़ महीने के विलंब की बाबत वकील ने कहा कि इसका मुख्य कारण परिवार का सदमे में होना रहा। मुुबई पुलिस भी एफआइआर दर्ज करने से इनकार करती रही। मुंबई पुलिस बड़े प्रोडक्शन हाउस के नाम देने के लिए दबाव बना रही थी। यह मामले की जांच को दूसरी दिशा में मोड़ना था।