बिहार: कांग्रेस आॅफिस में निखिल के समर्थकों का हंगामा, गोहिल बोले- नहीं बेचा टिकट
बिहार में कांग्रेस के लिए मुश्किल कम नहीं हो रही है। निखिल कुमार के समर्थकों का हंगामा लगातार जारी है। पटना के कांग्रेस आॅफिस में गुरुवार को समर्थकों ने हंगामा किया।
पटना [जेएनएन]। बिहार में कांग्रेस के लिए मुश्किल कम नहीं हो रही है। औरंगाबाद से सांसद रहे निखिल कुमार के समर्थकों का हंगामा लगातार जारी है। पटना के सदाकत आश्रम स्थित कांग्रेस आॅफिस में गुरुवार को उनके समर्थकों ने फिर हंगामा किया। धक्का-मुक्की भी की। बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल पर टिकट बेचने का आरोप लगाया। इधर गोहिल ने टिकट बेचने से इनकार किया और कहा कि कांग्रेस उनकी मां है और वह किसी भी हाल में इसका सौदा नहीं कर सकते। उम्मीदवार के चयन में गलती (एरर आफ जजमेंट) हो सकती है, लेकिन मैंने टिकट नहीं बेचा है।
खास बात कि जिस समय आॅफिस के अंदर कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक चल रही थी, उस समय बाहर में संग्राम हो रहा था। इतना ही नहीं, चुनाव समिति की बैठक में भी निखिल कुमार खुद मौजूद रहे। उन्होंने समर्थकों को समझाने की भी कोशिश की, लेकिन उनकी किसी ने बात नहीं मानी।
पटना के सदाकत आश्रम स्थित कांग्रेस आॅफिस में चुनाव समिति की बैठक में बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, वीरेंद्र सिंह राठौड़ समेत कई दिग्गज नेता मौजूद थे। बाहर में निखिल कुमार के समर्थक हंगामा कर रहे थे। गोहिल और राठौड़ के खिलाफ लोगों ने जमकर नारेबाजी की तथा अखिलेश सिंह पर लालू यादव का एजेंट होने का आरोप लगाया।
सदाकत आश्रम में हंगामा कर रहे लोगों ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने निखिल बाबू का टिकट बेच दिया। समर्थकों ने यह भी आरोप लगाया कि शक्ति सिंह गोहिल, मदन मोहन झा, अखिलेश सिंह आदि ने टिकट बेचने का काम किया है। निखिल बाबू के साथ साजिश की गई। दो सांसद वाली रालोसपा पार्टी को पांच टिकट दिए गए हैं।
समर्थकों ने कहा कि औरंगाबाद का टिकट हम और काराकाट का टिकट साजिश के तहत रालोसपा के खाते में दे दिया गया है। उपेंद्र कुशवाहा दो जगहों से लड़ रहे हैं। समर्थकों ने कहा कि वे एक जगह से अपनी उम्मीदवारी छोड़ें और निखिल कुमार को टिकट दें।
इधर बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने बैठक के बाद मीडिया काे संबोधित किया। कहा कि कांग्रेस उनकी मां है और वह किसी भी हाल में इसका सौदा नहीं कर सकते। उम्मीदवार के चयन में गलती(एरर आफ जजमेंट) हो सकती है, लेकिन मैंने टिकट नहीं बेचा है।
गोहिल ने कहा कि महागठबंधन में तालमेल में औरंगाबाद की सीट हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा को चली गई है। हमें नौ सीटें मिली हैं। महागठबंधन के हित में औरंगाबाद की सीट छोडऩी पड़ी है। उन्होंने कहा कि अगर मैं बिकाऊ होता तो नरेंद्र मोदी-अमित शाह से बड़ा खरीदार कोई नहीं है। गोहिल ने कहा कि निखिल कुमार ने बड़े दिल का सबूत देते हुए अभियान समिति की बैठक में भी हिस्सा लिया।
गोहिल ने इस मौके पर कांग्रेस के घोषणा पत्र को विधिवत रूप से बिहार में भी रिलीज किया। उन्होंने कहा कि हम भाजपा की तरह घोषणा पत्र में किए गए वादों को चुनावी जुमला नहीं कहते हैं। घोषणा पत्र में जितनी बातें कहीं गई हैं, उन्हें हम पूरा कर दिखाएंगे। देश के 20 प्रतिशत गरीबों को प्रति वर्ष 72 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसपर जीडीपी का 1.4 प्रतिशत खर्च होगा। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा, चंदन यादव, डा. समीर सिंह, राजेश राठौर, आनंद माधव, बिरेंद्र राठौर आदि भी मौजूद थे।