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तेज धूप में निकलना हार्ट के मरीजों के लिए घातक

गर्मी के दिनों में तेज धूप में घर से बाहर निकलना हार्ट के मरीजों के लिए घातक हो सकता है

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 11:34 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 11:34 PM (IST)
तेज धूप में निकलना हार्ट के मरीजों के लिए घातक
तेज धूप में निकलना हार्ट के मरीजों के लिए घातक

पटना। गर्मी के दिनों में तेज धूप में घर से बाहर निकलना हार्ट के मरीजों के लिए घातक हो सकता है। ऐसे मौसम में अधिक पसीना निकलने वाले मरीजों को भी बेहद सावधान रहने की जरूरत होती है। अधिक पसीना निकलने पर शरीर में पोटैशियम एवं सोडियम की कमी हो जाती है। हार्ट के मरीजों को घर से बाहर निकलते समय थोड़ा पानी जरूर पी लेना चाहिए। धूप में निकलने से पहले शरीर को ढंक लेना चाहिए। ये बातें रविवार को राजधानी के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइसी) के वरिष्ठ चिकित्सक एवं हार्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. एके झा ने राज्यभर से पाठकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में कहीं।

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एक स्वस्थ व्यक्ति का पल्स रेट कितना होना चाहिए? देवेंद्र प्रसाद सिन्हा, पटना सिटी

एक स्वस्थ व्यक्ति का पल्स रेट 60 से 120 के बीच होना चाहिए।

बीपी पर नियंत्रण के लिए सही तरीका क्या हो सकता है? कौशल कुमार, बक्सर, राजेश रौशन, आरा

बीपी पर नियंत्रण के लिए सुबह में कम से कम एक घंटा टहलने का प्रयास करें। उसके बाद योगाभ्यास आदि का भी सहारा ले सकते हैं। उसके बाद भी परेशानी होने पर मरीज को चिकित्सक की सलाह से दवाओं का सेवन करना चाहिए।

सुबह में उठने पर धड़कन काफी बढ़ जाती है। विकास सिंह, आरा

सुबह में उठने पर धड़कन बढ़ना अच्छी बात नहीं है। आप ईसीजी करा लें। इससे बीमारी का कारण पता चल जाएगा।

पसीना बहुत निकल रहा है। मनमन, हाजीपुर

पसीना बहुत निकलने पर आपको सावधान रहने की जरूरत है। आप सूती वस्त्र का उपयोग करें। समय-समय पर पानी पीते रहें।

हार्ट के मरीजों को किस बात की सावधानी बरतनी चाहिए? अरविंद ओझा, बक्सर

हार्ट के मरीजों को बीपी पर हमेशा नियंत्रण रखने की जरूरत होती है। बीपी बढ़ने पर हार्ट के मरीजों को काफी नुकसान हो सकता है। सबसे पहले हार्ट के मरीजों को बिना दवा के बीपी को नियंत्रित करने की कोशिश करनी चाहिए। व्यायाम और योगाभ्यास से बीपी नियंत्रण में नहीं आने पर दवाओं का सेवन करना चाहिए।

पिछले माह पत्‍‌नी को स्टेंट लगाया है। अभी चलने में परेशानी हो रही है। अशोक कुमार तिवारी, आरा

इससे घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ समय इस तरह की परेशानी होगी, उसके बाद बीमारी ठीक हो जाएगी।

पेसमेकर की बैटरी कितने दिनों पर बदलनी चाहिए। शत्रुघ्न ठाकुर, दरियापुर, छपरा

पेसमेकर की बैटरी जांच करने की व्यवस्था है। आपको लगता है कि पेसमेकर की बैटरी समाप्त हो गई है तो एक बार जांच करा लें, राजधानी के विभिन्न संस्थानों में बैटरी जांच करने की सुविधा है।

छाती में काफी दर्द हो रहा है। पारसनाथ कुशवाहा, वैशाली

आप कुछ जांच करा लें ताकि सही बीमारी का कारण पता चल सके। कई बार गैस की समस्या होने पर छाती में दर्द होता है। गैस की दवाओं के सेवन से बीमारी ठीक हो जाती है। अगर गैस की समस्या नहीं है तो फिर हार्ट की जांच अवश्य करा लें। इससे बीमारी समय रहते पकड़ में आ जाएगी और उसे इलाज से ठीक किया जा सकेगा।


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