पटना और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में बगैर परीक्षा प्रोमोट करने की मांग, प्रशासन कर रहा कुछ ऐसी तैयारी
Patna and Patliputra University विभिन्न छात्र संगठनों ने कोरोना लहर की आशंका को देखते हुए सभी छात्रों को पहले से दूसरे ईयर में प्रमोट करने की मांग की है। पटना विवि की ओर से स्नातक पार्ट थर्ड का परीक्षा फॉर्म भराया जा रहा है। 17 जुलाई तक फार्म भरे जाएंगे।
पटना, जागरण संवाददाता। Bihar Education News: कोरोना संक्रमण को लेकर आठ अगस्त तक राज्य सरकार की ओर से विश्वविद्यालय व कालेजों को कोई भी परीक्षा नहीं लेने का निर्देश दिया गया है। इससे पहले पटना विश्वविद्यालय (Patna University) व पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय (Pataliputra University) ने अपने-अपने छात्रों के परीक्षा फॉर्म भरने की कवायद शुरू कर दी है। जबकि, विभिन्न छात्र संगठनों ने कोरोना लहर की आशंका को देखते हुए सभी छात्रों को पहले से दूसरे ईयर में प्रमोट करने की मांग की है। पटना विवि की ओर से स्नातक पार्ट थर्ड का परीक्षा फॉर्म भराया जा रहा है। 17 जुलाई तक फार्म भरे जाएंगे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए पूरी प्रक्रिया आनलाइन की जा रही है।
पाटलिपुत्र विवि में 13 जुलाई से फार्म भरा जाएगा
पाटलिपुत्र विवि की ओर से भी स्नातक परीक्षा फॉर्म 13 जुलाई से भरे जाने की प्रक्रिया जारी है। इसके बाद पीजी प्रथम, द्वितीय व तृतीय सेमेस्टर के परीक्षा फॉर्म भरे जाएंगे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, एआइएसएफ, छात्र जाप आदि संगठनों ने प्रथम व द्वितीय ईयर के छात्र-छात्राओं को सीबीएसई की 10वीं एवं 12वीं की तरह अगले वर्ष में प्रमोट करने की मांग की है। वहीं विवि के अधिकारियों का कहना है कि राजभवन से निर्देश मिलने के बाद ही इस संबंध में कोई कार्रवाई हो सकती है।
पीपीयू एमएड व स्नातक सामान्य कोर्स का रिजल्ट जारी
पाटलिपुत्र विवि ने एमएड प्रथम सेमेस्टर का परिणाम जारी कर दिया। परीक्षा नियंत्रक डा. महेश मंडल ने बताया कि एमएड प्रथम सेमेस्टर व स्नातक सामान्य कोर्स 2020-23 का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। दोनों की परीक्षा कोरोना के दूसरे लहर से पहले ली गई थी।
आइसीएसई बोर्ड ने 10वीं एवं 12वीं के पाठयक्रम में की कटौती
आइसीएसई बोर्ड ने वर्ष 2022 की परीक्षा को लेकर पाठ्यक्रम में कटौती कर दी है। अब दसवीं बोर्ड में केवल दसवीं में पढ़ाये गए पाठ्यक्रम पर आधारित सवाल पूछे जाएंगे। नौवीं के कोर्स से दसवीं बोर्ड में कोई सवाल नहीं होगा। इसी तरह 12वीं बोर्ड में केवल बारहवीं में पढ़ाये गए कोर्स के आधार पर ही सवाल पूछे जाएंगे। मुख्य कटौती अंग्रेजी एवं भारतीय भाषाओं में की गई है। इसके लिए बोर्ड की ओर से सभी स्कूलों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं। आइसीएसई बोर्ड की पहल से छात्र-छात्राओं ने काफी राहत की सांस ली है। छात्रों का कहना है कि बोर्ड ने बड़ी राहत दी है। कई शिक्षाविदों ने इसके लिए बोर्ड को सुझाव भी भेजा था।