सहायक प्राध्यापक नियुक्ति के लिए सर्वर स्लो होने से छात्रों को परेशानी, नहीं भर पा रहे आवेदन
बीएसयूएससी की ओर से भरे जाने वाले सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि दो दिसबंर तक है। लेकिन इसकी वेबसाइट का सर्वर स्लो रहने के कारण आवेदकों को परेशानी हो रही है।
पटना, जेएनएन। बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (बीएसयूएससी) की ओर से भरे जाने वाले सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि दो दिसबंर तक है। लेकिन इसकी वेबसाइट का सर्वर स्लो रहने के कारण आवेदकों को परेशानी हो रही है। इससे राज्य के काफी संख्या में आवेदकों का अब तक फॉर्म नहीं भरा जा सका है। इसको देखते हुए काफी संख्या में अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार से आवेदन तिथि बढ़ाने की गुहार लगाई है। अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग की ओर से आवेदन लिया जा रहा है। इसका सर्वर स्लो रहने के साथ-साथ कोरोना, चुनाव, दीपावली, छठ आदि को लेकर राज्य के विश्वविद्यालयों में काफी दिनों तक कार्य ठप रहे। इसके कारण राज्य के शोध छात्रों का वाइवा नहीं हो सका। जिससे उनका पीएचडी, फाइव प्वाइंट प्रमाण पत्र का प्रक्रिया भी अधूरी रही। ऐसे में यदि समय नहीं मिलता है तो काफी संख्या में अभ्यर्थियों को नुकसान उठाना पड़ेगा।
4638 पदों पर चल रही नियुक्ति प्रक्रिया
राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों के 4638 पदों पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से नियुक्ति के लिए बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग का गठन किया गया है। आयोग की ओर से आवेदन पत्र भरवाएं जा रहे हैं। आयोग की ओर से 52 विषयों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया की जा रही है। इसमें सबसे अधिक मनोविज्ञान विभाग के लिए 424 पद है, जबकि ग्रामीण अर्थशास्त्र में आठ पदों पर नियुक्ति होनी है।
शिक्षकों ने भी आवेदन तिथि बढ़ाने की मांग
सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति के लिए चल रहे प्रक्रिया में सर्वर स्लो रहने के कारण हो रही अभ्यर्थियों की परेशानी को देखते हुए समय बढ़ाने की मांग की है। एएन कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एसपी शाही ने कहा कि राज्य के अभ्यर्थियों की हित में आवेदन की तिथि बढ़ाई जाएं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. सतीश कुमार राय, प्रो. कल्याण कुमार झा ने भी छात्रहित में समय बढ़ाने की मांग की है।