बिहार में रेलवे परीक्षा परिणाम को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन खत्म, पटना के खान सर समेत छह पर केस
अभ्यर्थियों ने रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा पूरे मामले की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी के गठन का स्वागत किया है। वहीं रिजल्ट के विरोध में आइसा एआइएसएफ एनएसयूआइ एनौस छात्र राजद एआइडीएसओ सहित एक दर्जन से अधिक छात्र संगठनों ने शुक्रवार को बिहार बंद का आह्वान किया है।
जागरण संवाददाता, पटना: रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (एनटीपीसी) परीक्षा के परिणाम को लेकर चौथे दिन अभ्यर्थियों का हंगामा थमा, गुरुवार को ट्रेन का परिचालन सामान्य रहा। अभ्यर्थियों ने रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा पूरे मामले की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी के गठन का स्वागत किया है। वहीं, रिजल्ट के विरोध में आइसा, एआइएसएफ, एनएसयूआइ, एनौस, छात्र राजद, एआइडीएसओ सहित एक दर्जन से अधिक छात्र संगठनों ने शुक्रवार को बिहार बंद का आह्वान किया है। बंद के समर्थन में विभिन्न राजनीतिक दल भी आ गए हैं। वहीं, छात्रों को उग्र आंदोलन के लिए भड़काने के आरोप में खान सर, एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर और गोपाल वर्मा सर पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। सभी कोचिंग क्लासेज चलाते हैं।
निर्दोष शिक्षक को डरने की जरूरत नहींः डीएम
एफआइआर में पुलिस ने नाम दिए बगैर बाजार समिति में संचालित कई कोचिंग संचालकों को भी प्राथमिकी में अभियुक्त बनाया है। पटना के जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह व एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने गुरुवार को राजधानी के कोचिंग संचालकों के साथ बैठक की। डीएम ने कहा कि किसी निर्दोष शिक्षक को डरने की जरूरत नहीं है। निर्भय होकर शिक्षक अपना पक्ष रखें। कानून को हाथ में लेने, जनजीवन को प्रभावित करने, कानून व्यवस्था बिगाड़ने में संस्था, भीड़ या अन्य कोई भी होंगे तो उनके ऊपर कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
गया में छह बोगियां राख
तीसरे दिन बुधवार को सबसे ज्यादा प्रभावित पटना-गया रेल लाइन रहा। गया, जहानाबाद व मसौढ़ी स्टेशन पर 10 घंटे तक छात्र जमे रहे। सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक ट्रेन का परिचालन पूरी तरह से प्रभावित रहा। गया स्टेशन पर कुछ लोगों ने पैसेंजर ट्रेन की बोगियों में आग लगा दी। इसमें छह बोगी जलकर रख हो गई। दो इंजनों को भी नुकसान पहुंचा है। जहानाबाद स्टेशन पर अभ्यर्थियों ने ट्रेन के आगे ट्रैक पर ही तिरंगा फहराकर राष्ट्रगान गया। इसमें रेलवे कर्मी, आरपीएफ, जीआरपी के साथ-साथ जिला पुलिस के जवान भी शामिल हुए। रेल ट्रैक जाम होने के कारण आठ पैसेंजर ट्रेन, कोशी एक्सप्रेस आदि को रद कर दिया गया। पटना-रांची जनशताब्दी समेत कई ट्रेनों को बदले रूट पर चलाया गया। सोमवार को राजेंद्र नगर टर्मिनल और आरा जंक्शन से अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन प्रारंभ किया, दूसरे दिन मंगलवार को बिहारशरीफ, नवादा, बक्सर आदि स्टेशनों पर भी प्रदर्शन कर ट्रेनों का परिचालन प्रभावित किया गया था।
देवरिया के रहने वाले हैं खान सर
छात्रों के बीच खान सर के नाम से प्रचलित कोचिंग संचालक असल में उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रहने वाले हैं। इनका असली नाम फैजल खान है। इनके पिता का नाम वसीर खान बताया जाता है। बता दें, पटना में अपना कोचिंग सेंटर चलाने वाले खान सर इंटरनेट की दुनिया में जाना-पहचाना नाम हैं। उनके यू-ट्यूब चैनल 'खान जीएस रिसर्च सेंटर' के करीब डेढ़ करोड़ फालोअर्स हैं। उनका सामान्य अध्ययन व समसामयिक घटनाक्रम को सरल भाषा और ठेठ बिहारी अंदाज पढ़ाना छात्रों में काफी लोकप्रिय है। फैसल खान का पहले भी विवादों से नाता रहा है। पहले भी वह समुदाय विशेष में ज्यादा बच्चे पैदा करने, पंक्चर बनाने तथा पाकिस्तान में फ्रांस के राजदूत को देश से निकालने आदि अपनी टिप्पणियों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं।