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पटना में स्विगी से जुड़े स्ट्रीट वेंडर्स, घर बैठे मंगाइएलिट्टी, चाट, मोमोज जैसे स्ट्रीट फूड

प्रधानमंत्री आजीविका मिशन के तहत ऑनलाइन फूड एप से फुटपाथी दुकानदारों को जोड़ा जा रहा है। पटना से पहले चरण में 50 स्ट्रीट वेंडर चुने गए हैं। कई स्ट्रीट वेंडर्स फूड डिलीवरी शुरू भी कर चुके हैं। अगले चरण में मुजफ्फरपुर गया आदि शहर भी शामिल किए जाएंगे।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 03:35 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 09:04 PM (IST)
पटना में स्विगी से जुड़े स्ट्रीट वेंडर्स, घर बैठे मंगाइएलिट्टी, चाट, मोमोज जैसे स्ट्रीट फूड
पटना में स्‍वीगी से मंगाइए स्‍ट्रीट फूड, सांकेतिक तस्‍वीर ।

पटना,कुमार रजत। अब आप घर बैठे लिट्टी, चाट, चाउमिन, बटाटापुरी और मोमोज जैसे स्ट्रीट फूड ऑनलाइन मंगा सकेंगे। पहले चरण में पटना के 50 स्ट्रीट वेंडर्स को प्रधानमंत्री आजीविका मिशन के तहत ऑनलाइन फूड एप स्विगी से जोड़ा गया है। कई स्ट्रीट वेंडर्स फूड डिलीवरी शुरू भी कर चुके हैं। स्विगी के बाद दूसरे चरण में इन स्ट्रीट वेंडर्स को ऑनलाइन फूड एप जोमैटो से जोडऩे की प्रक्रिया की जा रही है।

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केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने ऑनलाइन खाना डिलिवरी करने वाली कंपनी स्विगी से हाथ मिलाया है। पहले चरण में पटना समेत आधा दर्जन शहरों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत योजना शुरू की गई है। इस योजना को देश के 125 शहरों में 36 हजार स्ट्रीट फूड वेंडर्स तक ले जाने की योजना है। बिहार में भी दूसरे चरण में मुजफ्फरपुर, गया और भागलपुर जैसे शहरों को शामिल किया जा सकता है।

स्ट्रीट वेंडर्स को मिला क्यूआर कोड व प्रशिक्षण

स्विगी और जोमैटो जैसे ऑनलाइन फूड एप पर आने के लिए स्ट्रीट वेंडर्स को प्रशिक्षण भी दिया गया है। आजीविका मिशन की पहल पर ऑनलाइन डिलीवरी से लेकर पेमेंट तक के सिस्टम के बारे में उन्हें जानकारी दी गई है। परिचय पत्र के साथ क्यू आर कोड भी मुहैया कराया गया है, जिसे स्कैन कर पेमेंट लिया जा सकता है। इसके साथ ही स्ट्रीट वेंडर्स को स्वच्छता का विशेष ख्याल रखने को कहा गया है। स्विगी के अनुसार, रेहड़ी-पटरी वालों को भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) के साथ पंजीकृत किया जाएगा और उन्हेंं खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।

कोरोना काल में भी मिलेगा फायदा

पिछले साल कोरोना संक्रमण के कारण स्ट्रीट फूड वेंडर्स का व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ था। इसके बाद प्रधानमंत्री की पहल पर स्वनिधि योजना की शुरुआत की गई। इसके तहत उन्हें बिना गारंटी के 10 हजार रुपये का ऋण देने की शुरुआत की गई ताकि कोरोना काल से उबरकर वह अपना व्यवसाय फिर से शुरू कर सकें। अब फुटपाथी दुकानदारों के ऑनलाइन फूड एप पर आने से कोरोना काल जैसे समय में उन्हें दोहरा फायदा मिलेगा।


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