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सोनपुर मेलाः पौने तीन फीट का लुक्का और कामिनी को देख बोल पड़ेंगे वाह, देखें तस्वीरें Patna News

एशिया के सबसे बड़े पशु मेले में इस बार तरह-तरह के पशु लाए गए हैं। घोड़ा और गाय का बाजार तो देखते ही बन रहा है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 09:54 AM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 09:54 AM (IST)
सोनपुर मेलाः पौने तीन फीट का लुक्का और कामिनी को देख बोल पड़ेंगे वाह, देखें तस्वीरें Patna News
सोनपुर मेलाः पौने तीन फीट का लुक्का और कामिनी को देख बोल पड़ेंगे वाह, देखें तस्वीरें Patna News

शंकर सिंह, सोनपुर। विश्वप्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र का सोनपुर मेला। यहां सभी को लुभा रहा है घोड़ा बाजार। यहां उछल-कूद कर रहे लुक्का के क्या कहने। देखकर ही वाह कर उठेंगे। इसका कारण भी है। लुक्का घोड़ा है केवल पौने तीन फुट का। एक तरफ जहां इस बाजार में एक से बढ़ कर एक कद-काठी और उन्नत नस्ल के घोड़े लोगों का ध्यान खींच रहे हैं तो उनके बीच इस यह पौने तीन फीट का चाइनिज भूटिया घोड़ा भी छाया हुआ है। इसे देखने दर्शकों की भारी भीड़ लगी रहती है।

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मात्र पौने तीन फीट का घोड़ा लुक्का।

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इसे पशु-पक्षियों के प्रेमी सीतामढ़ी जिले के परिहार निवासी पेशे से डॉक्टर जितेंद्र कुमार यादव लाए हैं। केवल भूटिया घोड़ा ही नहीं, वे अपनी संपूर्ण काली गाय कामिनी को लेकर भी आए हैं। इसके अलावा घोड़ा जांबाज तथा तेजाब । यही नहीं उनके शिविर में अच्छी नस्ल के पांच कुत्ते भी हैं। इनमें जर्मन शेफर्ड, एल्शिसियन, लेब्रा तथा राटविलर नस्ल के ये कुत्ते जब दमदार आवाज में भौंकते है, तो मेलार्थियों की भीड़ भी ठिठक जाती है।

लोगों को आकर्षित कर रही भेड़।

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डॉ. जितेंद्र का मस्त पहाड़ी भेंड़ भी आकर्षण का केंद्र है। बड़े-बड़े भूरे, काले और सफेद बालों तथा मुड़ी हुई सींग वाली यह भेड़ देखने में भयंकर लगता है । गत वर्ष मेले के दौरान इसका मुकाबला सड़क पर ही एक दूसरी भेड़ से हो गया था । जिसे इसने पलक झपकते ही पटकनी दे दी थी।

डॉ जितेंद्र बताते हैं कि वे यहां अपने पशुओं को केवल दिखाने के लिए लाते हैं। इनमें से कोई भी जानवर बिक्री के लिए नहीं है। वे विगत सात वर्षो से अपने खर्च पर इस मेले में अपने पशुओं को लेकर आ रहे हैं । वे कहते हैं कि बहुत ही सुंदर लगता है जब इन पशुओं को देखने यहां लोगों की भीड़ लगी रहती है।

सीतामढ़ी के परिहार में उन्होंने अपने घर पर 8 कछुओं तथा तीन हंसों को पाल रखा है। वे यहां गाय बाजार स्थित स्टेट बैंक शाखा के सामने वाली सड़क के समीप खेमा लगाये हुए हैं। अगर एक साथ एक ही स्थान पर ऐसे दुर्लभ जानवरों का दीदार करना हो तब इस स्थल से बेहतर कुछ भी नहीं। इस मेले में आने वाले अधिकांश व्यवसायियों तथा पशु पालकों का उद्देश्य जहां ज्यादा से ज्यादा लाभ और मुनाफा अर्जित करना होता है, वहीं डॉ. जितेंद्र जैसे कुछ शौकीन भी यहां आकर  इस मेले का गौरव बढ़ाते हैं। 


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