ModiSarkar2 में बिहार के छह मंत्री; किन्हें, कौन-सा विभाग मिला यहां जानें...
ModiSarkar2 में बिहार के छह मंत्रियों ने शपथ ली है। पहले राज्यमंत्री रहे गिरिराज सिंह अब कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। कौन-कौन बने मंत्री और किन्हें नहीं मिली जगह जानते हैं यहां।
पटना [राजेश ठाकुर]। ModiSarkar2 में शामिल बिहार के सभी मंत्रियों को मंत्रालय आवंटित कर दिये गये हैं। शुक्रवार को इसकी घोषणा केंद्र सरकार ने कर दी। इसमें कैबिनेट मंत्री रविशंकर प्रसाद और रामविलास पासवान को पुराने विभाग क्रमश: कानून मंत्रालय और खाद्य मंत्रालय की जिम्मेवारी दी गई है। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आरके महाजन को पुराने विभाग का ही दायित्व मिला है। उन्हें उर्जा मंत्री बनाया गया है। केंद्र में पहली बार मंत्री बने नित्यानंद राय को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की नजदीकी काम आया। उन्हें गृह राज्यमंत्री बनाया गया। इसी तरह, अश्विनी चौबे और गिरिराज सिंह को भी विभाग आवंटित कर दिए गए।
बता दें कि बिहार के हिस्से में इस बार छह मंत्री आए हैं। सबसे बड़ा फायदा बेगूसराय से जीते गिरिराज सिंह को हुआ है। पिछली बार वे राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे, तो इस बार वे कैबिनेट मंत्री बने हैं। वहीं, मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में शामिल मंत्री रामकृपाल यादव और राधामोहन सिंह इस बार आउट हो गए हैं। जदयू मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुआ है।
गिरिराज सिंह बने पशुपालन मंत्री, बिहार में संभाल चुके हैं यह मंत्रालय
बेगूसराय से जीते गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) को मोदी कैबिनेट में पशुपालन, डेयरी और मत्स्य मंत्री बनाया गया है। मंत्री बनाए जाने व महत्वपूर्ण विभाग मिलने पर उन्होंने कहा कि मुझे जो भी जिम्मेदारी दी गई है, उसे मैं पीएम के रोड मैप में आगे ले जाने के लिए काम करूंगा। 100 दिन का रोड मैप मिला है। उन्होंने कहा कि मैं पहले भी ये जिम्मेदारी बिहार में संभाल चुका हूं, इसलिए मुझे एक बार फिर इस मंत्रालय को संभालने में खुशी होगी। बता दें कि गिरिराज सिंह बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से चार लाख 22 हजार मतों के बड़े अंतर से जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय छात्रसंघ (JNUSU) के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) को हराकर संसद पहुंचे हैं। पिछले कार्यकाल में उनके जिम्मे सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय था। उन्हें विभाग में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे, लेकिन इस बार उन्हें प्रोमोशन देकर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
रामविलास पासवान बने उपभोक्ता संरक्षण व खाद्य मंत्री
देश में गठबंधन की सियासत के महारथियों की चर्चा हो तो उसमें बिहार के राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) का नाम अग्रिम पंक्ति में लिया जाता है। तीन दशक में जिन कुछ क्षेत्रीय दलों के महारथियों ने सत्ता के सबसे निपुण दांव चले, उनमें लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) सुप्रीमो रामविलास पासवान शामिल रहे हैं। सरकार कोई भी हो, राम विलास पासवान मंत्री जरूर रहे। उन्हें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की ModiSarkar2 में भी शामिल कर लिया गया है और पिछली सरकार वाली ही जिम्मेवारी दी गई है। उन्होंने इस बार भी सही ढंग से जिम्मेवारी निभाने की बात कही है। लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान इस बार राज्यसभा सांसद बनेंगे।
रविशंकर प्रसाद पर पीएम मोदी को फिर भरोसा, मिला पुराना विभाग
पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से जीते रविशंकर प्रसाद पर पीएम नरेंद्र माेदी ने दोबारा भरोसा किया है। उन्हें फिर से कानून मंत्री बनाया गया है। इस विभाग को मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में बखूबी संभाल चुके हैं। शुक्रवार को रविशंकर प्रसाद को विधि एवं न्याय, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी की जिम्मेवारी दी गई है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। रविशंकर प्रसाद पिछली बार राज्यसभा से गए थे। इस बार वे लोकसभा से किस्मत आजमा रहे थे। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा को हराया है।
अश्विनी चौबे काे फिर से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का प्रभार
कांग्रेस सरकार में केके तिवारी के बाद अश्विनी कुमार चौबे बक्सर से ऐसे दूसरे सांसद हैं, जो केंद्र में दोबारा मंत्री बने हैं। चौब मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी मंत्री रहे हैं। उनहें स्वास्थ्य राज्य मंत्री की जिम्मेवारी दी गई थी। इस बार भी चौबे को पुराना विभाग ही दिया गया है। शुक्रवार को उन्हें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया। बता दें कि लगातार दूसरी बार बक्सर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए चौबे पांच बार भागलपुर का विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत पटना विश्वविद्यालय के छात्रसंघ से की और 1978 में छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने गए। उन्होंने प्रतिष्ठित पटना साइंस कॉलेज से जूलॉजी में स्नातक किया है। इस बार इन्हें राज्य मंत्री ही बनाया गया है।
आरके सिंह पर फिर देश को रोशन करने की जिम्मेवारी
नौकरशाह से राजनेता बने 1975 बैच के आईएएस अधिकारी राजकुमार सिंह यानी आरके सिंह को मोदी कैबिनेट में दोबारा शामिल करने के बाद फिर से पुराने मंत्रालय का प्रभार मिला है। इससे वे अब पिछली सरकार के बाकी कामों को आसानी से बढ़ा सकेंगे। आरके सिंह को ऊर्जा मंत्रालय, अक्षय ऊर्जा विभाग का प्रभार दिया गया है। गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें मंत्री पद की शपथ दिलाई थी। वे आरा से दोबारा सांसद बने हैं। इस बार उन्होेंने सीपीआई माले के उम्मीदवार राजू यादव को हराया है। उन्होंने कहा कि बिजली के क्षेत्र में काफी काम हुआ है और इसे और आगे बढ़ाया जाएगा। 24 घंटे बिजली आपूर्ति पर काम किया जा रहा है।
नित्यानंद राय को काम आया अमित शाह की नजदीकी, बने गृह राज्यमंत्री
बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय भी मोदी कैबिनेट में शामिल किए गए हैं। नित्यानंद राय अमित शाह के बेहद करीबी माने जाते हैं। यह नजदीकी उन्हें मंत्रालय आवंटन में भी काम आया। पहली बार केंद्र में शामिल नित्यानंद राय को गृह राज्यमंत्री बनाया गया है। बता दें कि नित्यानंद राय को भाजपा ने वर्ष 2016 में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी थी। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद गुटों में बंटी बिहार भाजपा को एकजुट कर एक मंच पर ला खड़ा कर दिया। अपने उसूलों और पक्के इरादे को साथ लेकर चलने वाले नित्यानंद राय ने इस बार रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को हराया है। नित्यानंद ने मंत्री बनाए जाने पर पीएम नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह को बधाई दी है।
रामकृपाल व राधामोहन हुए आउट
इस बार भले ही बिहार में भी भाजपा की बल्ले-बल्ले रही। लेकिन मंत्री पद में पिछली सरकार के दो मंत्रियों को आउट कर दिया गया। इस बार पाटलिपुत्रा लोकसभा क्षेत्र से जीते रामकृपाल यादव और पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र से जीते राधामोहन सिंह को मंत्री नहीं बनाया गया है। हालांकि, रामकृपाल यादव के मंत्री बनने की बड़ी उम्मीद थी। उन्होंने दूसरी बार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती को हराया है। इनके मंत्री नहीं बनने से समर्थकों में निराशा है।
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