राम मंदिर की आधारशिला में रखी जाएगी मोक्षधाम गया की चांदी की ईंट, फल्गु की रेत पहुंची अयोध्या
गया के एक ज्वैलर्स की ओर से बनवाई जा रही सवा किग्रा चांदी की ईंट राममंदिर की नींव में लगेगी। इसके पहले फल्गु का सवा किग्रा बालू अयोध्या गया है।
संजय कुमार, गया। सनातन धर्म में मोक्षनगरी गयाधाम का बड़ा महत्व है। यहां की फल्गु नदी व पिंडवेदियों पर प्रतिदिन पिंडदान का कर्मकांड कर पितरों के मोक्ष की कामना की जाती है। नगरी के महत्व के मद्देनजर अयोध्या में बनने जा रहे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए रखी जाने वाली आधारशिला में चांदी की पांच ईंटों मेंं एक ईंट मोक्षनगरी से भी जाएगी। यह पूरी तरह से चांदी की होगी। इसके लिए विश्व ङ्क्षहदू परिषद ने तैयारी शुरू कर दी है। मालूम हो कि आगामी पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राममंदिर की आशारशिला रखेंगे।
विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष डॉ. नंद किशोर गुप्ता ने कहा, गयाधाम के महत्व को देखते हुए चांदी की एक ईंट नींव में रखी जाएगी। यह सवा किग्रा की होगी। इसे बनाने का कार्य शहर के एक ज्वैलर्स कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ईंट को लेकर विहिप के राष्ट्रीय महासचिव चंपत राम की ओर से आदेश दिया गया है। एक ईंट गया की होगी, शेष देश के दूसरे स्थानों की।
ईंट लेकर अयोध्या जाएंगे तीन लोग
जिलाध्यक्ष ने कहा, लॉकडाउन का पालन करते हुए तीन लोग चांदी की ईंट लेकर अयोध्या जाएंगे। तीन अगस्त को विहिप के सदस्यों द्वारा ईंट की विधिवत पूजा-पाठ होगा। चार अगस्त की शाम तक ईंट अयोध्या पहुंचेगी।
भगवान श्रीराम ने भी मोक्षनगरी में किया था पिंडदान
मान्यता के अनुसार गयाजी में भगवान श्रीराम व माता जानकी ने राजा दशरथ का पिंडदान किया था। उक्त स्थल वर्तमान में विष्णुपद मंदिर से पूरब दिशा में फल्गु नदी के तट पर सीताकुंड के रूप में विख्यात है।
फल्गु की पवित्र रेत पहुंची अयोध्या
श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन में पांच नदियों का बालू नींव में डाला जाएगा। इसमें एक नदी फल्गु की भी रेत होगी। विश्व हिंदू परिषद के सदस्य मनिलाल बारिक ने कहा, फल्गु का सवा किग्रा बालू अयोध्या गया है। बालू विष्णुपद मंदिर के पास देवघाट से विहिप पदाधिकारी लेकर गए हैं।