पाकिस्तान से तख्त श्री हरिमंदिर पटना साहिब पहुंचे 45 सिख संगत
बिहार में हुए विकास को पाकिस्तान से आए श्रद्धालुओं ने सराहा
पटना सिटी। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से 45 सिख श्रद्धालुओं का जत्था रविवार को दशमेश गुरु गोविद सिंह महाराज की जन्मस्थली तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब पहुंचा। प्रथम गुरु की जन्मस्थली से दशमेश गुरु के दरबार में पहुंचे सिख संगतों में मत्था टेकने की खुशी देखी गई।
जत्था के प्रमुख प्रीतम सिंह ने बताया कि एक अर्से से इच्छा थी कि गुरु घर में मत्था टेककर आशीर्वाद लूं। 350वें प्रकाश पर्व में पाकिस्तान से सिख संगत तख्त श्री हरिमंदिर पटना साहिब आए थे। पाकिस्तानी मेहमानों ने कहा कि बिहार सचमुच तेजी से तरक्की कर रहा है। गुरु की नगरी पटना साहिब में चारों ओर बदलाव दिख रहा है। पाकिस्तान में बिहार की बेहतर सरकार और वजीरआला नीतीश कुमार की वाहवाही हो रही है। 350वें प्रकाशोत्सव तथा शुकराना समारोह पटना में मनाए जाने को लेकर पाकिस्तान के लोगों में बिहार के प्रति काफी विश्वास बढ़ा है।
रविवार को पाकिस्तान से आए जत्थे ने तख्त श्री हरिमंदिर, कंगन घाट और बाललीला गुरुद्वारा का भ्रमण किया। शाम में तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में कथा-प्रवचन के दौरान पाकिस्तान से आए सिखी जत्था ने गुरु महाराज के शस्त्र का दर्शन किया। उनके खड़ाऊ और गुरु महाराज से जुड़ी स्मृतियों को भी देखा। इसके बाद सिखी जत्था कंगन घाट पहुंचा। गुरु महाराज द्वारा गंगा में कंगन फेंके जाने वाले स्थल को भी देखा। बाल लीला गुरुद्वारा पहुंचकर जत्था ने गुरु महाराज के बचपन की स्मृतियों का दर्शन किया।
जत्था प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान के ननकाना साहिब में प्रथम गुरु नानक देव का नवंबर माह में मनाया जाना वाला 550वां प्रकाशपर्व किसी खास समुदाय का नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए गौरव का पर्व है। 550वें प्रकाश पर्व पर विदेश के कोने-कोने से सिख श्रद्धालु पाकिस्तान आ रहे हैं। पाकिस्तान से आया जत्था सोमवार की शाम नांदेड़ साहिब के लिए रवाना होगा। जत्था पांचों तख्तों का दर्शन करेगा।
- 45 सिख जत्था में 20-20 पुरुष-स्त्री और पांच बच्चे
ननकाना साहिब निवासी जत्था प्रमुख प्रीतम सिंह ने बताया कि 45 सिखों के जत्थे में 20 पुरुष, 20 स्त्री और पांच बच्चे हैं। जत्थे में ननकाना साहिब से गुरजिदर कौर, चैटर सिंह, माना सिंह, बीरबल सिंह, अमृत सिंह, रायत कौर, शरण सिंह, शरणजीत कौर, गगनदीप सिंह, हरभजन सिंह, साई सिंह, उजात कौर, अरिदर कौर, धर्म कौर, जतिदर कौर, प्रभजोत कौर, रंजीत कौर, स्वरूप सिंह, अमरजीत कौर, सुरजीत कौर, महेंद्र सिंह, कुलबीर सिंह, तलविदर सिंह, जसोनत कौर, रावेल सिंह, तरणजीत सिंह, स्वरूप सिंह, पजिदर सिंह, मीत कौर, सतबीर कौर हैं। पेशावर से महेंद्र सिंह, गुलमीत सिंह, असप्रीत सिंह, अलकनूर कौर, प्रभकीरत कौर, इलजीत कौर, तीरथ कौर व बलवंत कौर हैं। स्वात जिले से अमृत सिंह, हैदराबाद से नानिक, गोटकी से संदीब कुमार इस जत्थे में शामिल हैं।