चलती ट्रेन में शोहदा बना दारोगा, विरोध करने पर लड़कियों से बोला- पहचानती नहीं मैं कौन हूं?
सीमांचल एक्सप्रेस में एक दारोगा की करतूत से पुलिस महकमा शर्मसार है। वह छेड़खानी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। बक्सर में एक सहायक दारोगा को भी नशे में उत्पात करते पकड़ा गया।
पटना [जेएनएन]। दारोगा जी चलती ट्रेन में शोहदा बन गए। लड़कियों ने जब छेड़खानी का विरोध किया तो वर्दी की हनक दिखाते हुए बोले- क्या कर लोगी? लेकिन लड़कियां डरी नहीं। उनकी एफआइआर पर पुलिस ने दारोगा को गिरफ्तार कर लिया। दूसरा मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी को ठेंगा दिखाने वाले एक ऐसे सहायक दारोगा का है, जो नशे में टल्ली होकर सरेआम हंगामा करते पकड़ा गया। उसे भी जेल भेज दिया गया।
लड़कियों की सीट पर जा बैठा दारोगा
सोमवार को सीमांचल एक्सप्रेस से सफर कर रही दो सगी बहनों को एक पुलिस दारोगा के कारण परेशानी झेलनी पड़ी। दोनों बहनें पूर्णिया से दिल्ली जा रही थीं। रास्ते में बरौनी जंक्शन पर एक दारोगा रिंकू रंजन शर्मा उनकी बोगी में चढ़ा और उनकी सीट पर बैठ गया। इससे दोनों बहनें नींद से जग गईं। उन्होंने विरोध किया, लेकिन दारोगा के हावभाव व ठसक को देखकर चुप रहीं।
चलती ट्रेन में करने लगा छेड़खानी
कुछ देर में दारोगा दोनों बहनों के साथ छेड़खानी करने लगा। इसका उन्होंने विरोध किया तो दारोगा ने धमकी भरे लहजे में उन्हें चुप रहने को कहा तथा सवाल किया कि जानती नहीं, मैं कौन हूं? इसके बाद भी दारोगा की हरकतें कम पहीं हुईं।
लड़कियों ने खिला दी जेल की हवा
परेशान बहनों ने इसकी शिकायत रेल पुलिस से की। ट्रेन के पाटलिपुत्र जंक्शन पहुंचने पर उन्होंने दारोगा के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर दी। इसके बाद रेल पुलिस ने आरोपित दारोगा को गिरफ्तार कर लिया। पाटलीपुत्र जंक्शन के थानाधयक्ष राम सेवक सिंह ने बताया कि दोनों लड़कियों की शिकायत पर दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की गइ है।
नशे में टल्ली दारोगा गिरफ्तार
उधर, पटना विशेष शाखा में तैनात एक सहायक दारोगा राजेंद्र सिंह को बक्सर ने नावानगर थाने की पुलिस ने रविवार की देर रात शराब के नशे में हंगामा करते पकड़ा। मेडिकल जांच में शराब पीने की पुष्टि होने के बाद उसे सोमवार को जेल भेज दिया गया। वह छुट्टह लेकर बक्सर स्थ्कित अपने घर अमीरपुर गांव आया था। देर रात सड़क पर उसे राहगीरो के साथ गाली-गलौज और मारपीट करते पकड़ा गया।