Lok Sabha Election: PM मोदी की रैली में नहीं दिखे शाहनवाज, जानिए मामला
Lok Sabha Election गुरुवार को भागलपुर में पीएम मोदी की रैली थी। इसमें शाहनवाज हुसैन नहीं थे। 25 साल में पहली बार वे भागलपुर में भाजपा के किसी कार्यक्रम में नहीं दिखे।
By Amit AlokEdited By: Published: Thu, 11 Apr 2019 04:19 PM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 04:19 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार को लेकर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भागलपुर में थे। प्रधानमंत्री की इस रैली की एक खास बात यह रही कि करीब 25 साल के दौरान पहली बार भागलपुर में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के लाेकसभा चुनाव प्रचार में सैयद शाहनवाज हुसैन नहीं दिखे।
लोकसभा चुनाव में भागलपुर की सीट एनडीए में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के खाते में जाने के बाद शाहनवाज हुसैन वहां से बेटिकट हाे गए। इसके बाद से वे भागलपुर नहीं अाए हैं। माना जा रहा था कि वे पीएम माेदी की चुनावी रैली में शामिल रहेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
1994 से लगातार आते रहे थे भागलपुर
शाहनवाज हुसैन पहली बार 1994 में बतौर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य युवा माेर्चा के तीन दिवसीय प्रशिक्षण में भागलपुर के देवी बाबू धर्मशाला पहुंचे थे। इसके बाद वे लगातार भागलपुर अाते रहे। 1999 में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में वे केंद्रीय मंत्री की हैसियत से भागलपुर अाए थे।
2006 से 2014 तक रहे भागलपुर के सांसद
2004 में सुशील माेदी को लाेकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया। तब शाहनवाज हुसैन बतौर स्टार प्रचारक भागलपुर अाए थे। लेकिन बिहार में एनडीए की सरकार बनने पर जब सुशील माेदी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया, उन्होंने भागलपुर लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद 2006 में हुए उपचुनाव में शाहनवाज हुसैन भागलपुर लोकसभा सीट से सांसद बने। उन्होंने 2009 के संसदीय चुनाव में यहां से दूसरी बात जीत हासिल की, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में वे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बुलाे मंडल से हार गए।
2019 के चुनाव में नहीं मिला टिकट
आगे 2019 के लोकसभा चुनाव में भागलपुर सीट एनडीए में जदयू के खाते में चली गई। इस कारण शाहनवाज को भागलपुर से टिकट नहीं मिला और पार्टी ने उन्हें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की तरह कहीं और से टिकट नहीं दिया।
इस कारण नहीं आए, लग रहे कयास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली के दिन शाहनवाज हुसैन के भागलपुर नहीं अाने की बड़ी वजह उन्हेें भागलपुर से टिकट नहीं मिलना बताया जा रहा है। यह भी माना जारहा है कि उनके आने पर पार्टी में उनका समर्थक गुट अाक्राेश में आ सकता था। बहरहाल, इसे लेकर कयासों का बाजार गर्म है।
लोकसभा चुनाव में भागलपुर की सीट एनडीए में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के खाते में जाने के बाद शाहनवाज हुसैन वहां से बेटिकट हाे गए। इसके बाद से वे भागलपुर नहीं अाए हैं। माना जा रहा था कि वे पीएम माेदी की चुनावी रैली में शामिल रहेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
1994 से लगातार आते रहे थे भागलपुर
शाहनवाज हुसैन पहली बार 1994 में बतौर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य युवा माेर्चा के तीन दिवसीय प्रशिक्षण में भागलपुर के देवी बाबू धर्मशाला पहुंचे थे। इसके बाद वे लगातार भागलपुर अाते रहे। 1999 में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में वे केंद्रीय मंत्री की हैसियत से भागलपुर अाए थे।
2006 से 2014 तक रहे भागलपुर के सांसद
2004 में सुशील माेदी को लाेकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया। तब शाहनवाज हुसैन बतौर स्टार प्रचारक भागलपुर अाए थे। लेकिन बिहार में एनडीए की सरकार बनने पर जब सुशील माेदी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया, उन्होंने भागलपुर लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद 2006 में हुए उपचुनाव में शाहनवाज हुसैन भागलपुर लोकसभा सीट से सांसद बने। उन्होंने 2009 के संसदीय चुनाव में यहां से दूसरी बात जीत हासिल की, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में वे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बुलाे मंडल से हार गए।
2019 के चुनाव में नहीं मिला टिकट
आगे 2019 के लोकसभा चुनाव में भागलपुर सीट एनडीए में जदयू के खाते में चली गई। इस कारण शाहनवाज को भागलपुर से टिकट नहीं मिला और पार्टी ने उन्हें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की तरह कहीं और से टिकट नहीं दिया।
इस कारण नहीं आए, लग रहे कयास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली के दिन शाहनवाज हुसैन के भागलपुर नहीं अाने की बड़ी वजह उन्हेें भागलपुर से टिकट नहीं मिलना बताया जा रहा है। यह भी माना जारहा है कि उनके आने पर पार्टी में उनका समर्थक गुट अाक्राेश में आ सकता था। बहरहाल, इसे लेकर कयासों का बाजार गर्म है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें