SEX RACKET : बाप करता था बेटियों का सौदा, ऑनलाइन होती थी बुकिंग
राजधानी पटना के रूपसपुर थाना क्षेत्र में चार दिनों के भीतर दो सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। दोनों मामलों में दूसरे शहरों से लड़कियों को मंगाकर उनसे देह व्यापार कराया जा रहा था। आरोपी अपनी बेटियों से भी देह व्यापार कराता था।
पटना। राजधानी के रूपसपुर थाना क्षेत्र में चार दिनों के भीतर दो सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। इसके कुछ दिनों पहले कंकड़बाग इलाके में एक पुलिस दारोगा के संरक्षण में संचालित सेक्स रैकेट का भी उद्भेदन किया जा चुका है।
पहले के मामलों में दूसरे शहरों से लड़कियों को मंगाकर उनसे देह व्यापार कराया जा रहा था, लेकिन अब एक ऐसे रैकेट का ख्ुालासा हुआ, जिसमें बाप अपनी बेटियों का भी सौदा कर रहा था।
ग्राहक बनकर पहुंची पुलिस
राजधानी पटना में पुलिस ने एक बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया। एसएसपी मनु महाराज को दो दिनों पहले एसएमएस से रुपसपुर के महुआबाग स्थित एक अपार्टमेंट में सेक्स रैकेट चलने की सूचना मिली थी। इसके बाद उनके नेतृत्व में पुलिस ग्राहक बनकर मामले की छानबीन करने पहुंची। वहां पुलिस ने छापेमारी में दो लड़कियों के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
आरोपी पहले भी जा चुका है जेल
इस गिरोह का संचालन इस धंधे का पुराना खिलाड़ी सुरेश गिरी कर रहा था। वह 2013 में भी सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में जेल जा चुका है। सुरेश बाहर से लड़कियां लाकर जबरन धंधा करवाता था। इनमें कई नाबालिग भी थीं। हद तो यह है कि वह अपनी तीन बेटियों से भी देह व्यापार कराता था।
सुरेश गिरी ने देह व्यापार के लिए ऑनलाइन बुकिंग करता था। इसके बाद लड़कियों को होटलों में ग्राहकों के पास भेजा जाता था।
नौकरी देने के बहाने लाकर करा रहा था धंधा
सुरेश लड़कियों को बेतिया से नौकरी दिलाने के नाम पर लाया था। लेकिन, यहां उन्हें जबरन सेक्स रैकेट में लगा दिया गया। सुरेश गिरी उनके माता पिता को पांच हजार रुपये मासिक भेज देता था। जब घर वालों का फोन आता था तो सुरेश की निगरानी में बात करनी होती थी।
सफेदपोश भी थे ग्राहकों में शामिल
बताया जाता है कि देह व्यापार के इस अड्डे पर अनेक सफेदपोश लोग भी आते थे। छापेमारी के बाद ऐसे लोगों को सर्दी में भी पसीने छूट रहे हैं।
रूपसपुर में पहले भी हो चुका उद्भेदन
इसके पहले रविवार को रूपसपुर इलाके में ही एक और सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ था। उस छापेमारी में दो दलालों को गिरफ्तार किया गया था। साथ ही दो लड़कियों को मुक्त कराया गया था। उन लड़कियाें को भी मुंगेर से जबरन लाकर देह व्यापार कराया जा रहा था।