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बिहार में 50 माडल स्‍कूलों में सात पटना जिले के, कई बिंदुओं पर जांच के बाद बनाई गई है सूची

Bihar Education News शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को कई निर्देश जारी किए हैं। यह कहा गया है कि वे अपने-अपने जिले के चयनित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों के साथ वे बैठक कर संबंधित विद्यालय का निरीक्षण करें।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 09:02 AM (IST)Updated: Fri, 17 Sep 2021 09:02 AM (IST)
बिहार में 50 माडल स्‍कूलों में सात पटना जिले के, कई बिंदुओं पर जांच के बाद बनाई गई है सूची
पटना के सात स्‍कूलों को शिक्षा विभाग ने माना बेहतर। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar School Education News: बिहार में स्‍कूली शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए सरकार कई स्‍तर पर प्रयास कर रही है। इसमें स्‍कूलों में आधारभूत संरचना और शिक्षकों की नियुक्ति के साथ ही नूतन तरीकों का इस्‍तेमाल किया जा रहा है। अब आदर्श एवं अनुकरणीय विद्यालय के रूप में संचालन को लेकर शिक्षा विभाग ने पूरे राज्‍य के 50 उच्च माध्यमिक विद्यालयों का चयन किया है, जिसमें पटना जिले के सात विद्यालयों को शामिल किया गया है। इनमें पांच शहरी क्षेत्र में हैं और दो ग्रामीण में। सरकार की इस पहल से दूसरे स्‍कूलों को अनुकरण करने और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। यहां आप पटना जिले के स्‍कूलों के नाम जान सकेंगे।

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पटना के इन स्‍कूलों को सरकार ने माना बेहतर

शिक्षा विभाग की सूची के अनुसार आदर्श एवं अनुकरणीय विद्यालय के रूप में पटना के जिन उच्च माध्यमिक विद्यालयों के रूप में चिन्हित किया गया है उनमें राजकीय बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बांकीपुर, सर गणेशदत्त उच्च माध्यमिक विद्यालय, कदमकुआं, टीके घोष एकेडमी, देवीपद चौधरी स्मारक मिलर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय व शहीद राजेंद्र सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, गर्दनीबाग शामिल हैं। इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्र में श्रीगणेश उच्च माध्यमिक विद्यालय, बख्तियारपुर व आरएसएम रेलवे उच्च विद्यालय, मोकामा घाट हैं। 

कई बिंदुओं के आधार पर तैयार की गई है रिपोर्ट

शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को कई निर्देश जारी किए हैं। यह कहा गया है कि वे अपने-अपने जिले के चयनित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों के साथ वे बैठक कर संबंधित विद्यालय का निरीक्षण करें। विद्यालय में छात्र-छात्राओं के नामांकन के आधार पर विद्यालय की आवश्यकता चिन्हित कर उसका प्रतिवेदन मुख्यालय लेकर आएं। उन्हें विद्यालय के गेट, विद्यालय की चहारदीवारी, अतिरिक्त कक्ष की आवश्यकता, प्रयोगशाला, प्रयोगशाला के लिए आवश्यक सामग्री, पुस्तकालय कक्ष, पुस्तकालय के पुस्तकों की आवश्यकता, छात्राओं के लिए कॉमन रूम व शौचालय की व्यवस्था आदि को देखना है।


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