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साइंस कॉलेज व बीएन कॉलेज में नए कोर्स को अनुमति नहीं

पीयू सीनेट ने साइंस कॉलेज व बीएन कॉलेज में नया कोर्स आरंभ करने को स्वीकृति प्रदान नहीं की।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 Jan 2021 01:13 AM (IST)Updated: Sat, 30 Jan 2021 01:13 AM (IST)
साइंस कॉलेज व बीएन कॉलेज में नए कोर्स को अनुमति नहीं
साइंस कॉलेज व बीएन कॉलेज में नए कोर्स को अनुमति नहीं

पटना । पीयू सीनेट ने साइंस कॉलेज व बीएन कॉलेज में नया कोर्स आरंभ करने को स्वीकृति प्रदान नहीं की। सीनेट सदस्यों ने कहा कि पूर्व में 13 विषयों को प्रारंभ करने को लेकर राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था। लेकिन, अब तक उस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है। सीनेट ने शुक्रवार को वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 545.15 करोड़ रुपये का घाटे का बजट ध्वनि मत से पारित कर दिया। कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने बैठक की अध्यक्षता की। कुलपति के अभिभाषण के बाद प्रति-कुलपति प्रो. अजय कुमार ने बजट अभिभाषण पेश किया। सदस्यों ने लगभग एक घंटे की बहस के बाद इसे ध्वनि मत से पारित कर दिया।

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सीनेट ने विश्वविद्यालय में दूरस्थ मोड में इंटर की पढ़ाई का भी अनुमोदन किया गया। राज्य सरकार के प्रतिनिधि अभिजीत कश्यप ने अन्य कॉलेजों में भी नियमित रूप से भी इंटर की पढ़ाई आरंभ कराने की वकालत की। पीयू में परंपरागत विषयों में कम नामांकन होने पर सदस्यों ने चिंता जताई। सीनेट सदस्य डॉ. ऊषा सिन्हा ने परंपरागत सेल के कम नामांकन वाले विषयों के लिए सेल बनाकर छात्रों को इसके फायदे बताने का सुझाव दिया।

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: 14 महीने में 150 पीएचडी अवार्ड, 100 नेट, 147 को नौकरी :

विश्वविद्यालय ने 14 महीने में 150 पीएचडी अवार्ड दिए। इनमें सबसे अधिक भूगोल में 20 व हिन्दी में 18 शामिल हैं। पीएचडी नामांकन के लिए कोरोना काल में भी बीते वर्ष से अधिक आवेदन आए। इस वर्ष लगभग 50 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। लाइब्रेरी का ऑटोमेशन किया जा रहा है। इसके तहत अब तक 18 सौ किताबों की बार-कोडिंग की जा चुकी है। यहां की लाइब्रेरी को राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी से जोड़ा जा चुका है। यहां 70 से अधिक भाषाओं की किताबें उपलब्ध हैं। इस अवधि में 100 से अधिक छात्रों ने नेट-जेआरएफ में सफलता अर्जित की है। विवि में संचालित प्राक्प्रशिक्षण केंद्र से 147 छात्र-छात्राओं को नौकरी मिली है। इसमें 126 को बीपीएससी, 19 दारोगा भर्ती तथा रेलवे व एसएससी में एक-एक शामिल हैं।

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सरकार के यहां लंबित है 13 कोर्स की अनुमति :

डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर साइंस, डिपार्टमेंट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट, डिपार्टमेंट ऑफ इनवायरमेंट साइंस, डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी स्टडीज, डिपार्टमेंट ऑफ हर्बल केमिस्ट्री, डिपार्टमेंट ऑफ परफॉर्मिग आर्ट, डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स, डिपार्टमेंट ऑफ वीमेन स्टडीज, डिपार्टमेंट ऑफ सोशल वर्क, डिपार्टमेंट ऑफ एंथ्रोपोलॉजी, डिपार्टमेंट ऑफ बुद्धिस्ट स्टडीज, डिपार्टमेंट ऑफ बायो टेक्नोलॉजी एवं डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज विभाग को सरकार से अनुमति का इंतजार है। पिछली सीनेट में इसका प्रस्ताव राज्य को भेजा गया था।

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सीबीसीएस के लिए इन कोर्स का ऑर्डिनेंस हुआ पास

बीएन इन मास कम्युनिकेशन, पीजी डिप्लोमा इन कम्प्यूटर एप्लिकेशन, एलएलबी के थ्री ईयर कोर्स में दो विषय को जोड़ा गया। एमए इन सोशल वर्क, सर्टिफिकेट कोर्स इन जैपनिज लैग्वेंज एंड कल्चर ट्रेनिंग, पीजी डिप्लोमा इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, बीएन इन मास कन्युनिकेशन, बीए इन कंप्यूटर एप्लिकेशन, बीए इन फंक्शन इंग्लिस, बीएससी इन बायो टेक्नोलॉजी, बीएसटी इन इनवायरमेंटल साइंस, बीबीए, बीलिस, बीए इन सोशल वर्क के रेग्यूलेशन व ऑर्डिनेंस को राजभवन भेजने की अनुमति दी गई। वहां से अनुमति मिलने के बाद सीबीसीएस मोड में पढ़ाई होगी। : नई योजनाएं :

- आइटी सेल का गठन होगा। इससे सभी पीजी विभाग व कॉलेज जुड़ेंगे।

- आंतरिक आय बढ़ाने के लिए खुलेगी कंसल्टेंसी, व्यावसायिक व स्किल डेवलपमेंट कोर्स।

- पारदर्शिता लाने के लिए लागू होगा यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम, नामांकन, पंजीयन, परीक्षा, प्रशासन, लेखा व बजट होगा कंप्यूटरीकृत।

- कैंपस की सुरक्षा व छात्रावास में अनुशासन, कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए लगेंगे सीसीटीवी।

- डॉल्फिन सेंटर निर्माण का जल्द आरंभ होगा कार्य।

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