बिहार के सचिवालयकर्मी काला बिल्ला लगाकर आंदोलन की शुरुआत, पदनाम बदलने की कर रहे मांग
केंद्रीय सचिवालय (Central Secretariat) की तरह पदनाम करने की मांग पर बिहार सचिवालय सेवा संघ (Bihar Secretariat Service Association) के सदस्य आन्दोलन की शुरुआत कर रहे हैं। पहले चरण में 29 नवम्बर से ये काला बिल्ला लगाकर अपनी मांग पूरी करने के लिए सरकार पर दबाव बनाएंगे।
पटना, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय सचिवालय (Central Secretariat) की तरह पदनाम करने की मांग पर बिहार सचिवालय सेवा संघ (Bihar Secretariat Service Association) के सदस्य आन्दोलन की शुरुआत कर रहे हैं। पहले चरण में 29 नवम्बर से ये काला बिल्ला लगाकर अपनी मांग पूरी करने के लिए सरकार पर दबाव बनाएंगे। संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार एवं महासचिव प्रशांत कुमार ने शनिवार को यह जानकारी दी। इससे पहले भी संघ ने आन्दोलन का ऐलान किया था। लेकिन, सामान्य प्रशासन विभाग की पहल के चलते यह शुरू नहीं हो पाया।
उपसचिव ने कहा था- नहीं बदलेगा पदनाम
सामान्य प्रशासन विभाग के उप सचिव मोहम्मद गुफरान अहमद ने 17 नवम्बर को बातचीत के लिए संघ के पदाधिकारियों को बुलाया था। बात बनी नहीं। संघ के मुताबिक उप सचिव ने कहा-आप लोग केंद्रीय सचिवालय के अनुरूप अंग्रेजी एवं उर्दू में काम नहीं करते हैं। आपका पदनाम नहीं बदलेगा। मांग यह है कि सहायक का पदनाम बदल कर सहायक प्रशाखा पदाधिकारी किया जाए।
अंग्रेजी के बहाने राजभाषा का हो रहा अपमान
संघ ने उप सचिव के इस नजरिया का विरोध किया। संघ का कहना है कि सचिवालय सेवा के लोग जरूरत के अनुसार अंग्रेजी में भी काम करते हैं। उन सहायकों की संख्या अधिक है, जिन्होंने केंद्रीय सचिवालय में भी काम किया है। संघ ने कहा कि अंग्रेजी के बहाने पदनाम में परिवर्तन से मुकरना राजभाषा का अपमान है। संघ के सदस्य मांगें पूरी होने तक आन्दोलन जारी रखेंगे। इसी क्रम में 29 नवंबर से काला बिल्ला लगाकर आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
सचिवालय सेवा संघ से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
- सहायक के बदले सहायक प्रशाखा पदाधिकारी नामित करें
- वर्षों पुरानी है इनकी मांग
- सामान्य प्रशासन विभाग का इंकार
- अंग्रेजी और उर्दू में नहीं करते काम, इसलिए नहीं बदलेगा पदनाम
- संघ ने कहा-अंग्रेजी के नाम पर हो रहा राजभाषा का अपमान
- केंद्रीय सचिवालय में काम कर चुके हैं कई सहायक