दो लाख की फर्जी योजना फॉर्म मामले में एसडीओ ने दिए जांच के आदेश
मसौढ़ी में फर्जी योजना का फॉर्म बेचनेवालों के खिलाफ कसा शिकंजा कई जगहों पर हुई छापेमारी।
पटना(मसौढ़ी)। दो लाख की फर्जी योजना का फॉर्म भरने को उमड़ी भीड़ शीर्षक से दैनिक जागरण में छपी खबर के बाद मंगलवार को अनुमंडलीय प्रशासन हरकत में आ गया। इसे लेकर मंगलवार को फॉर्म छापने व फार्म बेचने वालों पर नकेल कसने के लिए छापेमारी की गई। इस दौरान एक फॉर्म विक्रेता को दुकान से फॉर्म के साथ हिरासत में लिया गया। हालांकि बाद में उसे पीआर बांड पर छोड़ दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को एसडीओ संजय कुमार ने सीओ योगेंद्र कुमार को इस फार्म को छापने वाले प्रेस व फॉर्म बेचने वाले दुकानदारों की दुकानों में छापेमारी करने का आदेश दिया और इसे लेकर लोगों को जागरूक करने की सलाह दी। सीओ के आदेश पर पुलिस ने एक प्रेस में छापेमारी की, मगर वहां इससे संबंधित कोई फॉर्म नहीं मिल सका। इस दौरान पुलिस ने प्रखंड कार्यालय के सामने फॉर्म बेचने वाली दुकान में छापेमारी कर योजना का फॉर्म समेत दुकानदार को हिरासत में ले लिया। मगर बाद में उसे पीआर पर छोड़ दिया गया। इस बाबत एसडीओ संजय कुमार ने बताया कि उक्त फॉर्म की सत्यता को लेकर उन्होंने अपने स्तर से इसका पता लगाने का प्रयास किया है। हालांकि प्रथमदृष्या फार्म फर्जी प्रतीत होता है। उन्होंने इस मामले की जाच का आदेश सीओ को दिया है। सीओ योगेंद्र कुमार ने बताया कि कथित फार्म के बाल विकास विभाग से जुड़े होने के कारण उन्होंने इस बारे में सीडीपीओ से बात की है, मगर सरकार की इस तरह की योजना की जानकारी नहीं मिली है। यह फॉर्म छापने वाले और बेचने वाले माफिया की करतूत है, जो लोगों को गुमराह कर धनोपार्जन करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने सीडीपीओ को उक्त फॉर्म फर्जी होने संबंधी एक बैनर बनाकर बुधवार की सुबह उसे डाकघर पर टागने की सलाह दी है। सीओ ने बताया कि उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से इस फर्जी फॉर्म को लेकर लोगों को जागरूक करने का आग्रह किया है।
फॉर्म लेने के लिए अभिभावकों की भीड़ : स्थानीय डाकघर में मंगलवार को दिनभर भीड़ लगी रही। भीड़ का आलम यह था कि डाकघर कार्यालय से लेकर सड़क तक भीड़ पसरी हुई थी, जिससे बीच-बीच में सड़क पर वाहनों का जाम लग जाता था। भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंगलवार की सुबह से ही वहा पुलिस बल व चौकीदार की तैनाती की गई थी।