बिहार में 'तीन टिकट, महा विकट' का डराने वाला संयोग; आप भी कहेंगे- ये कैसे हो सकता है?
बिहार में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर तीन हादसों का एक ऐसा संयोग बना जिसे जानकर आप भी कहेंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है? दरअसल ये तीनों हादसे एक ही तरह के हैं और तीनों ही हादसों में तीन-तीन लोगों की जान चली गई।
पटना, जागरण टीम। 'तीन टिकट, महा विकट' वाली कहावत शायद आपने भी सुनी होगी। हम ऐसे अंधविश्वासों को बढ़ावा नहीं देते, लेकिन यह हकीकत है कि समाज का एक बड़ा तबका तीन की संख्या को अशुभ मानता है। बिहार में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर तीन हादसों का एक ऐसा संयोग बना, जिसे जानकर आप भी कहेंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है? दरअसल, ये तीनों हादसे एक ही तरह के हैं और तीनों ही हादसों में तीन-तीन लोगों की जान चली गई। ये हादसे अलग-अलग इलाके में यानी सारण, बेगूसराय और रोहतास जिले में हुए। हर हादसे में कुछ और लोग भी चपेट में आए थे, लेकिन वे बाल-बाल बच गए। तीनों ही जगह मरे केवल तीन लोग।
सारण, बेगूसराय और रोहतास में हुए हादसे
सारण जिले के दिघवारा थाना क्षेत्र अंतर्गत आमी घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के दौरान गंगा में तीन किशोरी डूब गईं। दूसरी तरफ, रोहतास जिले के चेनारी थाना क्षेत्र के सबराबाद गांव निवासी तीन बच्चियों की भी कुदरा नदी में नहाने के दौरान डूबने से मौत हो गई। बेगूसराय के नावकोठी स्थित बूढ़ी गंडक नदी के कालीघाट पर डूबने से तीन युवकों की मौत हो गई। इससे इतर एक और हादसे में औरंगाबाद जिले के दाउदनगर के युवक की सोन में डूबने से मौत से हो गई। ये सभी लोग कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने के लिए नदी घाट पर पहुंचे थे।
कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने आने के दौरान जेपी सेतु पर हादसा
इधर, कार्तिक पूर्णिमा को अपनी मां के साथ स्कूटी से पटना से सोनपुर के पहलेजाघाट धाम गंगा स्नान करने आ रही एक युवती की सड़क हादसा में जेपी सेतु पर मौत हो गयी। उसके स्कूटी में जेपी सेतु पर एक बोलेरो ने टक्कर मार दिया था। इस घटना में उसकी मां भी घायल हो गयी है। यह घटना जेपी सेतु के पाया संख्या 26-27 के बीच घटित हुई। इस हादसे में पूर्वी चंपारण के रक्सौल के संजय प्रसाद की बेटी लगभग 23 वर्षीया तुलसी कुमारी की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी। इस हादसे के बाद उसकी मां की चीख पुकार से वहां अनेकों लोग जुट गये।