बिहार में होगी 3270 आयुष डाक्टरों की स्थायी नियुक्ति, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया ऐलान
अस्पतालों की स्थिति में सुधार के लिए जल्द ही 3270 आयुष डाक्टरों की स्थायी नियुक्ति करेगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि है कि अगले साल जनवरी तक इन आयुष डाक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
राज्य ब्यूरो, पटना : देसी चिकित्सा पद्धति को विकसित करने में जुटा स्वास्थ्य विभाग आयुष अस्पतालों की स्थिति में सुधार के लिए जल्द ही 3,270 आयुष डाक्टरों की स्थायी नियुक्ति करेगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि है कि अगले साल जनवरी तक इन आयुष डाक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। मंगल पांडेय ने कहा कि आयुर्वेदिक, यूनानी एवं होमियोपैथी के डाक्टरों की 3,270 पदों पर नियुक्ति की अधियाचना बिहार तकनीकी सेवा आयोग को भेज दी गई है। उन्होंने कह स्वीकृत पदों में 50 प्रतिशत पद यानी 1,635 पर आयुर्वेद, 981 पर होमियोपैथी और 20 फीसद यानी 654 पदों पर यूनानी डाक्टर बहाल किए जाएंगे।
आयुष चिकित्सा के प्रति भी लोगों में आकर्षण बढ़ा है
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से राज्य में आयुष चिकित्सा के प्रति भी लोगों में आकर्षण बढ़ा है। राज्य आयुष समिति की रिपोर्ट भी इस बात की तस्दीक करती है कि प्रदेश के लोग एलोपैथी के साथ-साथ आयुष चिकित्सा को एक बेहतर विकल्प के रूप में देख रहे हैं।
- - आयुर्वेदिक के 704, होमियोपैथी के 428 व यूनानी के 252 डाक्टर हैं
- - मंत्री बोले, देसी चिकित्सा पद्धति के प्रति लोगों में बढ़ा है आकर्षण
- - सुविधा जन-जन तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध
देसी चिकित्सा पद्धति से उपचार करा सकेंगे
मंत्री ने कहा कि आयुष चिकित्सा के विकास-विस्तार एवं इसकी सुविधा जन-जन तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कुल 1384 आयुष चिकित्सकों का चयन कर नियोजन किया गया है। इनमें आयुर्वेदिक के 704, होमियोपैथी के 428 व यूनानी के 252 डाक्टर हैं। 3270 नियमित आयुष डाक्टरों की नियुक्ति होने से राज्य के लोग और बेहतर तरीके से अपना देसी चिकित्सा पद्धति से उपचार करा सकेंगे। नियुक्ति के बाद इन डाक्टरों को आयुर्वेदिक, होमियोपैथी और यूनानी मेडिकल कालेज व अस्पताल के साथ-साथ अन्य अस्पतालों में पदस्थापित किया जाएगा।